गोरखपुर: जमीन के एक विवाद के बाद एक पक्ष के लोगों ने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया. नाराज लोगों ने 40 मिनट तक गोरखपुर देवरिया फोरलेन जाम कर दिया. इस दौरान पब्लिक ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया.
खोराबार के हक्काबाद के स्व. रमेश निषाद की पत्नी ऊषा देवी का विवाद बीते शनिवार को जमीन को लेकर बगल के ही रहने वाले जनार्दन और परिजनों से हो गया था. खोराबार पुलिस ने शनिवार को ऊषा देवी की तहरीर पर जनार्दन , दिनेश , करन और सूरज के खिलाफ धारा 323 , 324, 504 , 506 और दूसरे पक्ष के दिनेश की तहरीर पर राकेश , किशन , रामकुमार, श्याम कुमार और ऊषा देवी के खिलाफ धारा 147 , 323 के तहत मुकदमा दर्ज कर दोनों पक्षों के दो-दो लोगों को थाने में बैठा लिया था.
आरोप है कि शनिवार देर रात जनार्दन पक्ष के लोगो को पुलिस ने छोड़ दिया. वहीं, ऊषा के पक्ष के लोगों को पुलिस ने रविवार सुबह छोड़ा. इसके बाद ऊषा के पक्ष से कई पुरुष और महिलाएं न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंचे. आरोप है कि एक दारोगा ने लोगों से अभद्रता की और थाने से भगाने लगा. इससे नाराज लोगों ने गोरखपुर, देवरिया फोरलेन पर 40 मिनट तक जाम लगाकर नारेबाजी की.
इस बारे में सीओ कैंट श्याम देव बिंद ने कहा कि जमीनी विवाद हुआ था. दोनों पक्षो के खिलाफ केस दर्ज है. मामले में टीम गठित करके मामले को निपटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सड़क जाम करना कानूनी अपराध है. लिहाजा विधिक कार्यवाही की जाएगी. वहीं, जाम लगाए जाने पर सीओ ने एसएसआई और हल्का दरोगा को जमकर फटकारा.
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