गोरखपुर :कोरोना महामारी में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बेड नहीं है. वेंटिलेटर भी फुल हो गए हैं. वहीं जिला अस्पताल में भी ऐसे मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है, जो दुर्घटना और गंभीर मामलों के हैं. एक तरफ जहां नॉन कोविड मरीज जिला अस्पताल में इलाज के लिए लाए जा रहे हैं तो वहीं कोविड के भी मरीज यहां दस्तक दे रहे हैं. लेकिन बेड न होने की वजह से अब मरीजों को स्ट्रेचर पर ही भर्ती करके डॉक्टर इलाज कर रहे हैं. 305 बेड का जिला अस्पताल पूरी तरह से फुल हो गया है.
जिला अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टर मरीज को थोड़ी भी राहत मिलता देखते हैं तो हाथ जोड़कर उन्हें घर जाने का अनुरोध करते हैं. ताकि गंभीर मरीजों को बैरंग न लौटना पड़े. कोविड-19 के मरीज सरकारी अस्पताल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, टीबी हॉस्पिटल और रेलवे हॉस्पिटल में खचाखच भरे पड़े हैं. इन अस्पतालों में नॉन कोविड मरीज भर्ती नहीं किए जा रहे हैं. ऐसे में जिला अस्पताल में भर्ती को लेकर उत्पन्न हुए इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए अगर जल्द कोई दूसरी व्यवस्था नहीं बनाई गई तो यहां आने वाले मरीजों को दिक्कत उठानी पड़ सकती है. देखा जाए तो अन्य मरीजों के साथ छह कोरोना संक्रमित और 92 संक्रमण के लक्षण वाले मरीजों का जिला अस्पताल में भी इलाज चल रहा है, लेकिन यहां पर भर्ती के लिए बेड खाली नहीं है, जिसके लिए हाहाकार मचा हुआ है.