गोरखपुर: अखिल भारतीय पासी समाज, अखिल भारतीय एकिकृत पासी समाज और अखिल भारतीय पासी महासंघ के तीनों जिलाध्यक्षों ने संयुक्त प्रेस वार्ता करके बांसगांव से बीजेपी सांसद कमलेश पासवान पर लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने सांसद पर लगे मुकदमों को खारिज करने की मांग की है. साथ ही सांसद को अभद्र टिप्पणी और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने वालों की जांच कर उन्हें जल्द गिरफ्तार करने की मांग की.
विगत दिनों हुए होप पैनेशिया हॉस्पिटल का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. एक तरफ जहां सांसद द्वारा दिए गए तहरीर पर कैंट थाने में एससी-एसटी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया. वहीं दूसरे पक्ष की तहरीर पर सांसद और उनके साथियों के खिलाफ लूट सहित अन्य मुकदमे कैंट थाने में दर्ज किए गए है. वहीं सांसद के ऊपर दर्ज मुकदमे के खिलाफ अब पासी समाज खुलकर सामने आया है.
शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान अखिल भारतीय पासी समाज, अखिल भारतीय एकिकृत पासी महासभा और अखिल भारतीय पासी समाज महासंघ के जिलाध्यक्षों ने संयुक्त प्रेस वार्ता करके बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है. फिर भी एक दलित नेता के साथ अत्याचार होता है और प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है. उसमें साफ देखा जा सकता है कि एक सांसद को जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया जा रहा है. सांसद द्वारा इस सम्बब्ध में एक तहरीर कैंट थाने में दी गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इन सब बातों को लेकर संपूर्ण पासी समाज एकजुट होकर इसका विरोध करता है. जिला प्रशासन और सीएम योगी से यह मांग करता है कि दलित एक्ट के विरुद्ध सभी दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की जाए. साथ ही सांसद बांसगांव के ऊपर फर्जी तरीके से दर्ज मुकदमों को खारिज किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो पासी समाज एकत्रित होकर आंदोलन करने को मजबूर होगा.