गोरखपुरः कोरोना की महामारी का असर प्याज की कीमत पर भी पड़ रहा है. लॉकडाउन के पहले लोगों को रुला देने वाली प्याज के आज खरीदार कम हो गए हैं, क्योंकि इस महामारी में होटल, रेस्टोरेंट सहित ठेले पर बिकने वाली जायकेदार टिकिया और छोले-भटूरे भी बंद है. शादी विवाह और अन्य उत्सवों पर भी रोक लगाई गई है. यही वजह है कि गोरखपुर की मंडी में प्याज के दाम में भारी गिरावट देखी जा रही है.
गोरखपुर: लॉकडाउन में प्याज की कीमत हुई धड़ाम
यूपी के गोरखपुर मंडी में इस बार प्याज के रेट काफी कम हैं. पिछले दिनों 100 से ऊपर बिकने वाली प्याज को आज कोई पूछ नहीं रहा है. फुटकर बाजार में प्याज भले ही 15 से 16 रुपये किलो बिक रही है, लेकिन मंडी में इसकी कीमत 8 से 9 रुपये किलो ही है.
पिछले साल प्याज में थी तेजी
पिछले साल का आंकड़ा देखा जाए तो इस सीजन में प्याज की कीमत में भारी वृद्धि हुई थी. प्याज की कीमत सेंचुरी पार कर गयी थी. प्याज जब महंगी थी तो जरूरत के हिसाब से लोग इसे खरीदते थे. आज प्याज की कीमत कम हुई है तो गरीबों और मीडियम वर्ग के पास पैसे की किल्लत है.
प्याज की हुई है अच्छी पैदावार
पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना के दहशत में है, जिसकी वजह से फल और सब्जियों के रेट में काफी गिरावट आई है. गोरखपुर के नवीन फल, सब्जी और गल्ला मंडी में प्याज आलू के थोक व्यवसायी मोहम्मद अजहर अली राइन ने बताया कि पिछले वर्ष किसानों ने प्याज की पैदावार कम की थी. इस वर्ष प्याज के दामों में तेजी को देखते हुए इस बार किसानों ने प्याज की भरपूर पैदावार की, जिसपर लॉकडाउन का असर पड़ गया और प्याज का रेट बहुत कम हो गया.
टिकिया, चाट की दुकानों पर प्याज की होती है मांग
राइन ने बताया कि लॉकडॉउन के कारण सभी होटल और रेस्टोरेंट बंद हैं. टिकिया, चाट, समोसे में प्याज की खपत ज्यादा होती थी. यह सब इस समय बंद है. इस वजह से प्याज के दाम बहुत कम हो गए हैं. थोक बाजार में अच्छी क्वॉलिटी के प्याज इस समय 8 सौ से 9 सौ रुपये प्रति कुंतल है. आगे भी प्याज का रेट बढ़ेगा इसकी उम्मीद नहीं है.