गोरखपुरः शहर में इस समय मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है. शहर में डेंगू (dengue in gorakhpur) के मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंचने वाली है. जिला अस्पताल से लेकर मेडिकल कॉलेज तक नगर पालिका द्वारा मच्छरों के प्रकोप से बचाने के इंतजाम अभी तक सही से नहीं किए गए हैं. जिससे डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सबसे ज्यादा मरीज गीता प्रेस रोड के शेषपुर मुहल्ले से निकल रहे हैं. शहर के प्रत्येक मुहल्ले लगभग मच्छरों की चपेट में हैं. इसके बावजूद भी अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं.
मौजूदा समय में शहर में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. प्रशासन द्वारा इलाज के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन डेंगू के रोकथाम और साफ सफाई अभियान में लापरवाही का नतीजा है कि मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं, निजी अस्पतालों और रैपिड जांच कराने वालों की संख्या लगभग एक हजार के करीब पहुंच चुकी है. इस माह एक नवंबर को जहां 7 मरीज डेंगू के मिले. वहीं, 2 और 3 नवंबर को इनकी संख्या 7 और 8 हो गई. 4 और 5 नवंबर को डेंगू के मरीजों की संख्या 4-4 की संख्या में मिले. 6 नवंबर को यह संख्या 13 और 7 नवंबर को 5 हो गई.
डेंगू मरीजों के इलाज के लिए दो वार्ड
जिला अस्पताल में डेंगू मरीजों को भर्ती करने के लिए दो वार्ड बनाए गए हैं. जहां की पूरी व्यवस्था एसआईसी के जिम्मे है. मरीजों को मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई गई है. साथ ही परिजनों को उनसे दूर रहने के लिए कहा गया है. इसके बावजूद भी मरीजों के परिजन अस्पताल प्रशासन के लिए समस्या खड़ी कर रहे हैं.परिजन डेंगू वार्ड में लगातार आ और जा रहे हैं. जिससे अस्पताल प्रशासन को अन्य लोगों में भी डेंगू फैलने का खतरा महसूस हो रहा है.