गोरखपुर : कोरोना का असर भले ही कम हुआ है, लेकिन यह समाप्त नहीं हुआ है, जिसका सीधा असर ट्रेन की यात्रा पर भी दिखाई दे रहा है. इसकी वजह से रोजी रोजगार का संकट भी अभी बना हुआ है. दूसरे शहर जाकर रोजगार करने की उम्मीद लगाए बैठे लोग संक्रमण की स्थिति को देखते हुए अभी भी अपने घर पर ही बने रहना चाहते हैं. यही वजह है कि इसका सीधा असर ट्रेनों के संचालन और टिकटों की बिक्री पर पड़ रहा है.
गोरखपुर से विभिन्न औद्योगिक शहरों को जाने वाली ट्रेनों में पहले की अपेक्षा यात्री कम जा रहे हैं. बात करें पिछले 45-50 दिनों की तो इन शहरों को जाने वाले यात्रियों ने जो टिकट बुक कराया था उसमें करीब 40 फीसदी लोगों ने टिकटों की वापसी करा लिया है. ऐसे यात्रियों की संख्या करीब 12 लाख है, जिससे रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ है.
12 लाख यात्रियों से रेलवे को हुआ लाखों का नुकसान
1 अप्रैल 2021 से 20 मई तक पूर्वोत्तर रेलवे में लगभग 42 लाख लोगों ने टिकट बुक कराया था, जिसमें करीब 12 लाख से अधिक लोगों ने अपना टिकट वापस करा लिया है. यह आंकड़ा बता रहा है कि कोरोन काल में घर आए हुए लोग स्थिति सामान्य होने के साथ ही लौटना चाह रहे थे, लेकिन जिन शहरों में वह काम पर थे वहां आज भी रोजगार का संकट है. वहीं फिर से कोरोना के नए रूप में सामने आने से लोग चिंतित हैं. इसलिए वह घर से बाहर जाने की बजाए अपनी यात्रा को स्थगित कर घर पर रहना उचित समझ रहे हैं.