गोरखपुरः साल 2022 के आखिरी दिन शनिवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का कैंपस पूरी तरह से नो व्हीकल जोन में बदला नजर आया. इस दौरान परिसर में दो पहिया वाहन से लेकर कोई भी बड़ा वाहन प्रवेश नहीं कर पाया. खुद कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह अपने आवास से साइकिल पर सवार होकर विश्वविद्यालय कार्यालय तक पहुंचे. उनके साथ तमाम शिक्षक और विद्यार्थी भी शामिल थे. इसके अलावा नियंता मंडल के सदस्य और एनसीसी की टीम सुरक्षा में थी. वह भी साइकिल पर सवार नजार आई.
गौरतलब है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय में पर्यावरण संरक्षण और ईंधन की बचत को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक माह के आखिरी दिन को विश्वविद्यालय में नो व्हीकल डे का नाम दिया गया है. लेकिन साल 2022 के आखिरी दिन पड़े इस नो व्हीकल डे खास बनाया दिया. विश्वविद्यालय ने इस पहल की शुरुआत 31 अगस्त 2021 (अगस्त महीने के आखिरी कार्यदिवस) से किया था.
परिसर में दाखिल होने के लिए पैदल, साईकिल, ई बाइक या ई रिक्शा का ही इस्तेमाल किया गया है. 'नो व्हीकल डे' विश्विद्यालय की 'ग्रीन कैंपस, क्लीन कैंपस' के दिशा में पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह 'नो व्हीकल डे' पर अपने आवास से कार्यस्थल प्रशासनिक भवन साईकिल से गए.