गोरखपुर:बिहार से दिल्ली ले जाए जा रहे 12 से 13 साल के 19 बच्चों को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी अजीत प्रताप सिंह की सूझबूझ से बचा लिया गया है. इस काम में पुलिस के मुखबीर की सूचना बेहद अहम रही है. 19 बच्चों को टूरिस्ट बस में बिठा कर 9 लोग बिहार से दिल्ली मानव तस्करी के लिए ले जा रहे थे. सूचना पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम को रात में ही लगा दिया था, जिसे सुबह 9 बजे सफलता हाथ लगी.
गोरखपुर: मानव तस्करी का भंडाफोड़, 9 लोग गिरफ्तार, 19 बच्चे बरामद
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पुलिस ने मानव तस्करी का भंडाफोड़ किया है. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने मानव तस्करी के लिए ले जाए जा रहे 19 बच्चों को बरामद किया है. वहीं पुलिस ने गिरोह के 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि मुखबीर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग मानव तस्करी के लिए छोटे बच्चों को दिल्ली ले जा रहे हैं. इनकी संख्या 2 दर्जन के करीब बताई जा रही है. सूचना मिलने पर टीम पूरी रात प्राइवेट बस के इंतजार में बैठी रही. दो बसों को चेक किया गया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. इसी बीच एक टूरिस्ट बस जगदीशपुर पुलिस चौकी के पास नजर आई, जिसे चेक किया गया तो उसमें 19 बच्चे 12 से 13 वर्ष की उम्र के बैठे थे. वहीं तस्कर इन बच्चों को दिल्ली ले जाकर बेचने की फिराक में थे. बच्चों को चाइल्डलाइन के सुपुर्द कर दिया गया है और 9 अभियुक्तों को थाने भेजकर विधिक कार्रवाई की जा रही है.
एसपी क्राइम ने दी जानकारी
एके वर्मा एसपी क्राइम ने जानकारी देते हुए बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी अजीत प्रताप सिंह की सूझबूझ की वजह से इन बच्चों को बचा लिया गया है. एसपी क्राइम के अनुसार, इस कार्य में जो लोग भी लिप्त हैं, उनको जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. फिलहाल बच्चों का भविष्य खराब होने से बच गया है. अब जल्द ही उनके परिजनों को बच्चे सौंप दिए जाएंगे.