गोरखपुर :यात्रियों से लाखों की टोल वसूल करने वाला नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( NHAI ) राहगीरों की जान और बेहतर सड़क को लेकर फिक्रमंद नहीं है. गोरखपुर से लखनऊ के बीच सड़क में इतने गड्ढे हैं कि स्पीड में चलाना जान को जोखिम में डालना है. दो किलोमीटर की दूरी भी टॉप गियर में चलाना इन गड्ढों की वजह से मुश्किल है. इस रूट पर 25 से ज्यादा ब्लैक स्पॉट चिह्नित हैं. इन जानलेवा गड्ढों की वजह से पिछले एक महीने में 12 से अधिक मौतें हो चुकी हैं. लगातार हो रहे हादसों के कारण अब जिलाधिकारी ने एनएचएआई के अधिकारियों को नोटिस जारी किया है.
दरअसल अयोध्या से सहजनवा तक 116 किलोमीटर लंबे हाइवे की हालत बेहद ही खस्ताहाल है. हाइवे पर करीब 20 बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं. जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने इस रूट पर साइन बोर्ड, रिम्बल स्ट्रिप, रोड मार्केशन पेंटिंग और फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए करोड़ों का फंड भेजा था, मगर एनएचएआई ने अपना काम पूरा नहीं किया. डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि एनएचएआई के अधिकारियों को सड़कों को ठीक करने का सख्त निर्देश दिया गया है.
अयोध्या से सहजनवा तक फोरलेन में गड्ढों की भरमार, संभलकर चलें - एनएचएआई गोरखपुर फोन लेन
गोरखपुर के सहजनवा से अयोध्या तक जाने वाली 116 किलोमीटर लंबी (four lane from Ayodhya to Sahjanwa) सड़क गड्ढों के कारण हादसों का पर्याय बन चुके हैं. पिछले एक महीने में इस रोड पर 20 बड़े हादसे हो चुके हैं. हालांकि डीएम प्रियंका निरंजन की हिदायत के बाद एनएचएआई की नींद टूटी है. एनएचएआई के अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही यह सड़क चकाचक हो जाएगी.
जानकारी के अनुसार, बस्ती टोल प्लाजा से प्रतिदिन प्रतिदिन की कमाई करीब 50 से 60 लाख रुपये है. गोरखपुर की सीमा में कालेसर से लेकर सहजनवा और मगहर तक गड्ढे ही गड्ढे हैं. सहजनवा के रहने वाले पवन मिश्रा का कहना है कि गड्ढों को लेकर एनएचएआई की इतनी लापरवाही ठीक नहीं हैं. गड्ढों को भरना जरूरी है. गड्ढों को लेकर NHAI के परियोजना प्रबंधक सीएम द्विवेदी का कहना है कि बारिश की वजह से सड़कों में गड्ढे बने हैं, जिन्हें ठीक करने के लिए छह टीमें बनाई गई हैं. गोरखपुर से अयोध्या बॉर्डर तक बने गड्ढों को भरने का काम तेजी के साथ करेंगे. इस काम में करीब एक सप्ताह लग सकता है.
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