गोरखपुर :जिले के चौरी-चौरा में सब्जी मंडी को कुंदन मार्केट और नवीन मंडी में लगाने को लेकर व्यापारियों में गुटबाजी चल रही है. इसको समाप्त करने के लिए मंगलवार को बांसगांव के लोकसभा सांसद कमलेश पासवान ने व्यापारियों के दोनों पक्षों के साथ बैठक कर उनकी समस्या को घण्टों सुना. हालांकि उन्होंने किसी निर्णय के लिए व्यापारियों के बीच आपसी सहमति होने की बात कही है.
जिले के चौरी-चौरा तहसील में सब्जी मंडी के स्थान को लेकर व्यापारियों में दो पक्ष के साथ-साथ एक तरफ सपा और दूसरी तरफ बीजेपी नेताओं के होने से राजनैतिक रंग आ गया है. मंगलवार को बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान ने क्रमशः कृषि मंडी उत्पादन समिति और कुंदन मार्केट के व्यापारियों के साथ चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं को सुनकर व्यापारियों के बीच आम सहमति के लिए लगभग एक घण्टे तक मैराथन बैठक की, लेकिन उन्होंने स्वयं किसी निर्णय पर न पहुंचते हुए दोनों पक्षों के बीच आम सहमति के बाद सांसद चौरी-चौरा से लौट गए. इसके एक सप्ताह पहले उपजिलाधिकारी पवन कुमार ने नवीन मंडी का निरीक्षण किया था. उन्होंने नवीन मंडी में ही सब्जी मंडी लगाने की बात कही थी. हालांकि सांसद के साथ उपजिलाधिकारी पवन कुमार भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने सांसद की बातों को केवल सुना.
चौरी चौरा तहसील क्षेत्र के गांवों से छोटे व्यापारी मंडी में खरीदारी करने आते हैं. क्षेत्र के अधिकतर गांवों के किसान अपने खेतों में हरी सब्जियों को उगाकर मंडी में बेचते हैं. बीते वर्षों में सब्जी मंडी गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर स्थित स्टेट बैंक के पास कुंदन मार्केट में लगाई जाती थी. कोरोना काल में संक्रमण को देखते हुए तत्कालीन तहसीलदार रत्नेश तिवारी और उप जिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने मंडी को कुंदन मार्केट में न लगाकर नवीन मंडी स्थल में लगाने का आग्रह किसानों से किया था. इसके बाद से चौरी-चौरा मंडी उत्पादन परिसर से किसान और व्यापारी नवीन मंडी आ गए थे. कुछ महीने से मंडी को दोबारा कुंदन मार्केट में लगाने की बात शुरू हो गई. नवीन मंडी में किसानों को कम कर देना पड़ रहा है. यहां जगह भी अधिक है और सरकारी नियंत्रण में होने के कारण अधिक सुगमता दिख रही है. इस कारण कई व्यापारी नवीन मंडी में ही सब्जी मार्केट लगाने की बात कर रहे हैं.