गोरखपुरःजनपद के गुलरिहा थाना क्षेत्र में पूजा फॉर्मेसी के पास 10 फरवरी को एसी मैकेनिक हरिकेश से हुई लूट का रविवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया. सर्विलांस की मदद से शनिवार की देर रात सरैया पेट्रोल पंप के पास से पुलिस ने लूट में शामिल तीन बदमाशों को दबोच लिया. उनका एक साथी फरार हो गया. पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि फरार युवक को अपनी प्रेमिका को भगाकर शादी करनी थी. इसके लिए इन सबने मिलकर एसी मैकेनिक से लूट की थी. बदमाशों के मुताबिक लूट की ज्यादातर रकम उसी के पास है. पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने लूट की बाइक, लूटी गई कुछ रकम और कागजात बरामद किए हैं. आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रुपए की जरूरत होने पर उन्होंने लूट की वारदात को अंजाम दिया था.
प्रेमिका को भगाकर शादी रचाने का था प्लान, रुपए जुटाने के लिए बन गया लुटेरा - गर्लफ्रेंड संग शादी के लिए चाहिए थे रुपए, बना लुटेरा
गोरखपुर के गुलरिहा थाना क्षेत्र में पूजा फॉर्मेसी के पास 10 फरवरी को एसी मैकेनिक हरिकेश से हुई लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया. पुलिस ने लूट में शामिल तीन बदमाशों को दबोच लिया, जबकि उनका चौथा साथी फरार हो गया.
प्रेस कांफ्रेंस में दी जानकारी
एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने गुलरिहा थाने में प्रेस कांफ्रेंस कर पकड़े गए बदमाशों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों की पहचान चिलुआताल के मिर्जापुर निवासी विशाल उर्फ भीम प्रताप, दीपक उर्फ धर्मेंद्र और विन्द्रेश कुमार निषाद के रूप में हुई है. एसपी ने बताया कि 10 फरवरी को चिलुआताल के अमवा निवासी हरिकेश के साथ मारपीट कर इन बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही थी. इसी बीच सर्विलांस की मदद से पता चला कि आरोपी शनिवार की रात में सरैया पेट्रोल पंप के पास मौजूद हैं.
पुलिस ने की घेराबंदी
गुलरिहा इंस्पेक्टर रवि राय के नेतृत्व में तत्काल मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पकड़ लिया. हालांकि एक आरोपी मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया. फरार आरोपी की पहचान दिनेश साहनी के रूप में हुई है. उसकी गिरफ्तारी को पुलिस टीम लगा दी गई है. पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि दिनेश को अपनी प्रेमिका संग भागकर शादी करनी थी इसके लिए पैसे का इंतजाम नहीं हो रहा था इसलिए उन्होंने लूट की थी. ज्यादातर पैसा दिनेश के पास ही है.