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गोरखपुर: पर्यटन केंद्रों पर बढ़ा भीड़ का दबाव, टूरिस्ट गाइड और पुलिस का अभाव - lack of tourist guide in gorakhpur

पूर्वांचल के बड़े पर्यटन केंद्र में शुमार गोरखपुर पहले से ही पर्यटकों और श्रद्धालुओं का बड़ा केंद्र रहा है, लेकिन योगी सरकार में इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई और आयाम गढ़े जा रहे हैं. रामगढ़ ताल तो इस समय सबसे अधिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. यहां साउंड और लाइट शो के अलावा लोग बोटिंग का पड़ोसी जिलों से आकर लोग खूब आनंद ले रहे हैं, लेकिन इस सबके बीच यहां जो सबसे बड़ी कमी देखी जा रही है. वह पर्यटक गाइड और पर्यटक पुलिस की है.

गोरखपुर.
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Published : Jun 2, 2022, 3:41 PM IST

गोरखपुर:पूर्वांचल के बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में गोरखपुर आजकल उभर रहा है. हालांकि कुशीनगर, गोरखनाथ मंदिर, गीता वाटिका, गीता प्रेस पहले से ही पर्यटकों और श्रद्धालुओं का बड़ा केंद्र रहा है, लेकिन योगी सरकार में इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई और आयाम गढ़े जा रहे हैं. रामगढ़ ताल तो इस समय सबसे अधिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. यहां साउंड और लाइट शो के अलावा लोग बोटिंग का पड़ोसी जिलों से आकर लोग खूब आनंद ले रहे हैं, लेकिन इस सबके बीच यहां जो सबसे बड़ी कमी देखी जा रही है. वह पर्यटक गाइड और पर्यटक पुलिस की है जो कहीं नहीं दिखती. वजह यह हैं कि इसकी तैनाती की ओर किसी का ध्यान ही नहीं है जबकि इसकी शुरुआत खुद सीएम योगी ने वर्ष 2018 में किया था.

जानकारी देते पर्यटक.

देखा जाए तो गोरखपुर में टूरिस्टो की आवाजाही भले ही कोविड-19 के दौर में थोड़ी कम हुई थी, लेकिन उसके बाद इसमें काफी इजाफा हुआ है. रामगढ़ ताल के नौकायन से लेकर गोरखनाथ मंदिर और चिड़ियाघर जैसी जगहों के लिए लोगों का मूमेंट बढ़ा है. ऐसे में जरूरी है कि पर्यटक कहीं भटके नहीं. वह सही दिशा निर्देश पर अपने मनचाही जगह पर पहुंच सके. इसके लिए टूरिस्ट गाइड और सुरक्षा की दृष्टि से टूरिस्ट पुलिस की तैनाती महत्वपूर्ण हो जाती है. इसको देखते हुए वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटक पुलिस की तैनाती करने का न सिर्फ निर्देश दिया था बल्कि उसे अमल में लाने की बात कही थी, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता की वजह से यह काम फिलहाल लटक गया है.

इस संबंध में जब गोरखपुर के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र मिश्रा से ईटीवी भारत ने बात किया तो उन्होंने बताया कि बढ़ते टूरिज्म को देखते हुए निश्चित रूप से इन दोनों बिंदुओं पर काम किया जाएगा. बहुत जल्द ही पर्यटक पुलिस और गाइड की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि पर्यटन पुलिस शहर के हर प्रमुख पर्यटन स्थल पर मौजूद रहेगी. उनके पास फ्लाइट, ट्रेन, बस और पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी होगी. पर्यटकों को अगर किसी प्रकार की दिक्कत होगी तो यह उनकी तत्काल मदद करेंगे. वहीं जो लोग इन पर्यटक स्थलों को घूमने के लिए आ रहे हैं. वह गाइड और पर्यटक पुलिस की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं. क्योंकि ऐसे केंद्रों की सुरक्षा डंडा वाले होमगार्डों के हवाले ज्यादा दिखाई दे रही है. सिविल पुलिस आती और जाती रहती है.

पर्यटकों के आंकड़ों की बात करें तो गोरखपुर क्षेत्र के लिए यह काफी ही खुशनुमा माहौल देने वाला है. साल दर साल इसमें इजाफा हुआ है और हर दिन इसमें बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. वर्ष 2016 में क्षेत्र में भारतीय पर्यटकों की संख्या 21 लाख 46,121 थी. जबकि 35,638 विदेशी पर्यटक भी पहुंचे थे. 2017 में कुल 24 लाख 5,705 भारतीय पर्यटक इस क्षेत्र को घूमने के लिए निकले तो 36,349 पर्यटक भी यहां पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं.

2018 में 27 लाख 53,546 पर्यटक गोरखपुर पहुंचे और 38,715 विदेशी पर्यटकों से भी यह क्षेत्र आबाद हुआ. वर्ष 2019 में आंकड़ा भारतीय पर्यटकों का 30 लाख 09633 था जबकि विदेशी पर्यटक 42010 थे. 2020 में भारतीय पर्यटकों की संख्या क्षेत्र में 14 लाख 68,190 था तो विदेशी पर्यटक घटकर 8,909 हो गए. यह कोरोना काल था. वर्ष 2021 में इस क्षेत्र को पर्यटकों की जो संख्या मिली वह भारतीयो में 9 लाख 41,667 थी. जबकि विदेशी पर्यटक 1378 पर ही सिमट गए. 2022 में शुरुआती दौर के आंकड़े काफी अच्छे दिखाई दे रहे हैं और उम्मीद की जा रही है कि साल के अंत में आंकड़े बेहतरीन परिणाम को दर्शाएंगे.

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