गोरखपुर: आज शरद पूर्णिमा का पर्व है. ऐसा माना जाता है कि, आज के दिन धवल चांदनी में आकाश से अमृत की वर्षा होती है. जिसकी वजह से आज के दिन को आरोग्य का दिन भी कहा जाता है. ऐसे में इस दिन का काफी महत्व है.
ज्योतिषाचार्य शरद चंद मिश्र का कहना है कि, आज शुक्रवार की रात आसमान से अमृत बरसेगा. उनका कहना है कि आज शरद पूर्णिमा का दिन बहुत शुभ है. आज चंद्रमा मेष राशि में रहेगा और श्रीवत्स नामक अत्यन्त शुभदायक महाऔदायिक योग भी है. इस ॠतु में सर्वत्र आकाश निर्मेश हो जाता है. शीतल मन्द हवा बहने लगती है. चंद्रमा सोलह कला से युक्त हो जाता है और उसकी चांदनी में अमृत का निवास हो जाता है, इसलिए उसकी किरणों से अमृत्व और आरोग्य की प्राप्ति होती है.
आज के दिन कैसे करें पूजा
इसके साथ ज्योतिषचार्य शरद चंद्र मिश्र ने कहा कि कृत्य निर्णय में कहा गया है कि शरद पूर्णिमा को ऐरावत पर आरूढ़ इन्द्र और महालक्ष्मी का पूजन कर उपवास करें. रात में घृतपूरित और गन्ध-पुष्प से सूपूजित यथा संख्या दीप प्रज्वलित कर देवमन्दिरों, बाग-बगीचों, तुलसी-मकान के छत पर रखें. साथ ही प्रातः काल होने पर इन्द्र की पूजा करें. ब्राह्मणों को शक्कर मिश्रित खीर का भोजन कराकर वस्त्रादि-दक्षिणा दें, इससे अनन्त फल मिलता है. रात में चंद्रमा जब आकाश के मध्य पहुंच जाए तब उसकी पूजा करें और उसे अर्घ्य दें.
इस दिन क्या करें
इस दिन प्रातः काल अपने आराध्य देव को सुन्दर वस्त्राभूषण से सुसज्जित करें और शास्त्रोक्त षोडशोपचार विधि से पूजन करें. अर्धरात्रि के समय भगवान को गाय के दूध से बनी खीर में घी और चीनी मिलाकर, रसोई में बनी पूरियों के साथ भगवान को भोग लगायें. खीर से भरे पात्र को रात को खुली चांदनी में रख दें, इसमें रात्रि के समय चंद्र किरणों से अमृत गिरता है. प्रातःकाल खीर का प्रसाद सबको दें और स्वयं ग्रहण करें.