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मरीज की बोतल में ग्लूकोज खत्म होने का अब नहीं रहेगा डर, फार्मेसी की छात्राओं ने बनाया स्मार्ट डिवाइस

गोरखपुर के आईटीएम फॉर्मेसी कॉलेज (Gorakhpur ITM Pharmacy College ) की छात्राओं ने एक स्मार्ट आईवी इंडिकेटर डिवाइस (Smart IV Indicator Device) तैयार किया है. इस डिवाइस से मरीजों के साथ ही होने वाली अप्रिय घटना को रोका जा सकता है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 3, 2023, 12:34 PM IST

Updated : Oct 3, 2023, 1:07 PM IST

छात्राओं ने बताया.

गोरखपुर: शहर के आईटीएम फॉर्मेसी कॉलेज की छात्राओं ने मिलकर हॉस्पिटल में मरीजों की सुविधा के लिए एक स्मार्ट आईवी इंडिकेटर डिवाइस तैयार किया है. यह डिवाइस अस्पतालों में मरीजों के बेड के पास लगने वाले ड्रिप स्टैंड में लगेगा. इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा के फार्मेसी द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने इसे तैयार किया है. छात्राओं ने बताया कि इस डिवाइस से लापरवाही के कारण होने वाली अप्रिय घटना को रोका जा सकता है.

डिवाइस से रुकेगी होने वाली अप्रिय घटना
इस डिवाइस को आईटीएम फॉर्मेसी कॉलेज की छात्रा हर्षिता चंद कौशिक, आयुषी तिवारी, प्रीति यादव, गरिमा यादव, प्रियंका शर्मा और प्रिया प्रसाद ने मिलकर बनाया है. छात्राओं ने बताया कि हॉस्पिटल में देखने को मिलता है कि मरीज को सेलाइन की बोतल लगाई जाती है. इसके बाद समय-समय पर हॉस्पिटल के नर्स या कर्मचारी को मरीज के हाथों में लगाएं गए सेलाइन की बोतल को विशेष रुप से ध्यान देना पड़ता है. ऐसा इसलिए क्योंकि सेलाइन बोतल में लिक्विड खत्म होने से पहले अगर पाईप के रेगुलटर को बंद नहीं किया गया तो बोतल में ब्लड रिवर्स होने लगता है. जिससे मरीज की जान को भी खतरा हो सकता है. ऐसी परिस्थिति में मरीज की मदद के लिए इस डिवाइस को लगाने के बाद नर्स और परिजन को अलार्म और रेड सिग्नल के माध्यम से सूचना पहुंच जाएगी. जिससे लापरवाही के कारण होने वाली अप्रिय घटना को रोकी जा सकती है.

दवा खत्म होने पर बजेगा अलार्म
संस्थान की छात्रा हर्षिता चंद कौशिक और आयुषी तिवारी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को तैयार करने मे लगभग 3 हजार रूपये का खर्च आया है. इसे बनाने मे इंडिकेटर ,अलार्म, स्विच, 3.7 वोल्ट बैटरी, पीसीबी बॉक्स, वायरलेस किट, मेटल पाइप वेट सेंसर इत्यादि का इस्तेमाल किया गया है. कुल 5 दिन के प्रयास में इसे बनाने में सफलता मिली है. इस शोध कार्य को अंजाम देने वाली हर्षिता चंद और आयुषी तिवारी ने बताया कि जो आईवी इंडिकेटर डिवाइस इन्होंने तैयार किया है. वह स्टैंड में लगा दिया जाएगा जिसका कनेक्शन स्टैंड में टंगे हुए सेलाइन या अन्य दवा की बोतल से होगा. दवा खत्म होने से पहले यह अलार्म बज उठेगा जिससे मरीज के परिजन और अस्पताल में कार्य करने वाली नर्स और कर्मचारियों को इसकी सूचना मिल जाएगी. उनके द्वारा दवा की सप्लाई को बंद कर मरीज को सुरक्षित किया जा सकेगा.


स्वास्थ्य क्षेत्र में है उपयोगी
छात्राओं ने बताया कि उनका प्रयास होगा कि आगे वह एक ऐसी वॉच बनाएंगी जो नर्स और कर्मचारियों के हाथ में बंधी होगी. उन्हें ऐसी सूचनाएं तत्काल मिलेंगी. छात्रा ने कहा कि किस बेड पर यह अलार्म बज रहा है. इसकी भी सूचना उन्होंने जो तकनीक इजाद किया है उसके माध्यम से कर्मचारियों को मिलेगी और यह भविष्य में स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा ही उपयोगी सिद्ध हो सकता है.

संस्थान अध्यक्ष और निदेशक ने बताया
संस्थान के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि हमारे कॉलेज मे इनोवेशन सेल है. जिसमें छात्र अक्सर देश हित मे कुछ नया करने का प्रयास करते रहते हैं. इस तरह से सामाजिक हित के लिए कई उपकरण वह पहले भी बना चुके हैं. इस प्रयोग पर आईटीएम फॉर्मेसी संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्यामबिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल सहित संस्थान के सभी शिक्षकों ने छात्राओं की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दिया है.

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Last Updated : Oct 3, 2023, 1:07 PM IST

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