गोरखपुरः जिले के क्षेत्र में इन दिनों अन्नदाताओं के खेतों में गेहूं की फसल की बुआई पूरी हो चुकी है. बुआई में पिछड़े किसानों की भी फसल अब हरी हो गई है, लेकिन किसान खरपतवार से काफी परेशान हैं. हालांकि कई किसान कृषि विशेषज्ञों के सलाह के बगैर अपने खेतों में दवा का छिड़काव कर रहे हैं. जिसके कारण उनके गेहूं की फसल को भी नुकसान होने का खतरा बढ़ रहा हैं.
गोरखपुरः गेहूं की फसल को खरपतवार से कैसे बचाएं, जानें
गोरखपुर में किसान गेहूं में होने वाले खरपतवार से काफी परेशान हैं. कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि बिना किसी सलाह के खेतों में दवा का छिड़काव करना गेहूं की फसल के लिए खतरनाक है.
गेंहू में होने वाले खरपतवार
कृषि प्रसार अधिकारी दीनानाथ यादव ने बताया कि गेहूं की बुआई के 21 दिन बाद सिंचाई करें. गेहूं की सिंचाई के 3 दिन बाद सल्फोसल्फूरान डालकर छिड़काव करें. एक सप्ताह के अंदर सल्फोसल्फूरान से गेहूं की सफल को हुई हानि से बचाने यूरिया और जिंक को गेहूं की फसल में डाले. उसके बाद गेहूं की फसल अपने आप बढ़ने लगेगी. साथ ही गेहूं का मामा नामक खरपतवार नष्ट हो जाएगा.
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