गोरखपुर: बिना हेलमेट लगाए सड़कों पर निकलना शहर के युवाओं को ट्रैफिक नियम का उलंघन कर चालान कटवा लेना मंजूर है. लेकिन, वह अपने सिर के बाल गिरने देना नहीं चाहते. इस बात की गवाही ट्रैफिक पुलिस के किए गए हेलमेट चालान और उसके पीड़ित जवान खुद बताते हैं. पिछले 9 महीने का रिकॉर्ड है कि गोरखपुर में करीब सवा लाख चालान हेलमेट के लिए हुआ है. इससे एक करोड़ 29 लाख की कमाई पुलिस विभाग को हुई है. यही नहीं, इस महीने में करीब ढाई लाख वाहनों का चालान हुआ है. इससे पुलिस की कुल दो करोड़ 40 लाख की आमदनी हुई है. अभी साल के 2 माह बाकी हैं. इसमें इसका ग्राफ और भी बढ़ेगा.
मौत की परवाह किए बगैर बिना हेलमेट लगाए सड़कों पर निकलने वाले युवा हों या अन्य लोग. इस जुर्माने की राशि को उन्होंने अदा किया है. ईटीवी भारत ने जब हेलमेट के मद में सरकारी खजाने में मिली करोड़ों की धनराशि के संबंध में पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ. महेंद्र पाल सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि हर चौराहे पर पुलिस के जवान लोगों को जागरूक करते हैं. आईटीएमएस सिस्टम के माध्यम से भी बराबर चेतावनी दी जाती है. इसमें पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का प्रयोग किया जाता है. बावजूद इसके लोग हेलमेट नहीं लगाते और चालान के शिकार होते हैं. ट्रैफिक पुलिस की मानें तो बिना हेलमेट चलने पर जब वह लोग गाड़ी चालक को रोकते और जांच करते हैं तब वह कई बहाने बनाते हैं. इसमें अधिकतर लोगों का यह कहना होता है कि उन्हें डर कम लगता है. बाल झड़ जाने की चिंता ज्यादा होती है. कहीं आगे चलकर वह गंजे न हो जाएं.