गोरखपुर: 23 अक्टूबर को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी. विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंचेंगी. इस दौरान परिसर में पहली बार स्थापित की गई कुलाधिपति वाटिका में आंवला का पौधरपोरण कर इस वाटिका को विश्वविद्यालय को समर्पित करेंगी.
डीडीयू में स्थापित की गई कुलाधिपति वाटिका. भारतीय परंपरा और हिंदी कैलेंडर के अनुसार इस समय कार्तिक का महीना चल रहा है, जिसमें आंवले के पौधे का रोपण किया जाना, इसके वृक्ष के नीचे भोजन करना, आंवले के फल का सेवन करना कई मायने में लाभकारी माना गया है. ऐसा माना जा रहा है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इसलिए विश्वविद्यालय की इस अनूठी कृति में पौधरोपण की शुरुआत करने की जहां पहली अधिकारी होंगी, वहीं आंवले का पौधा लगाकर वह बड़ा संदेश देने की कोशिश करेंगी.
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कुलाधिपति वाटिका प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय में बनाई जाने वाली पहली वाटिका होगी. राज्यपाल के हाथों इस वाटिका में पौधे का रोपण किया जाएगा. इस वाटिका के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के साथ वृक्षारोपण को बढ़ावा मिलेगा.
-प्रो. वीके सिंह, कुलपति, डीडीयू