गोरखपुर: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मंगलवार को जिले के महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक समारोह में शिरकत करने पहुंचीं थीं. उन्होंने विभिन्न प्रतियोगी स्पर्धा के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया और उनका मार्गदर्शन किया. राज्यपाल ने विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में अच्छी सफलता के लिए शिक्षा के साथ बेहतर स्वास्थ्य का भी बड़ा रोल है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंचीं गोरखनाथ मंदिर. राज्यपाल ने अभ्यर्थियों को किया सम्मानित
- राज्यपाल ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के तहत आयोजित प्रतियोगिताओं के सफल अभ्यर्थियों को सम्मानित किया.
- इसमें भी बेटियों की संख्या सर्वाधिक रही. उन्होंने ऐसे आयोजन के लिए गोरखनाथ पीठ की जमकर तारीफ की.
- महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के मुखिया प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं.
सफलता को सम्मानित करके हमें आज बेहद आनंद की हुई प्राप्ति
उन्होंने कहा कि सफलता के बाद विद्यार्थियोंको एक बड़े मंच से सम्मानित करने का अवसर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद दे रहा है, जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती. उन्होंने इस दौरान कहा कि सफलता को सम्मानित करके उन्हें भी आज बेहद आनंद की प्राप्ति हुई है और इसके लिए वह योगी आदित्यनाथ की आभारी हैं.
छात्रों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए अभिभावकों को करनी चाहिए चिंता
राज्यपाल ने कहा कि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के दौरान शिक्षा के बोझ से ज्यादा उत्तम स्वास्थ्य देने की अभिभावकों को चिंता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस उम्र में छात्र को पढ़ने-लिखने के साथ खुद को जानने, समझने और जीवन से जुड़ी जानकारियों को हासिल करना चाहिए. यही समय है जब वह अपने अच्छे स्वास्थ्य को भी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आठवीं के बाद की पढ़ाई गंभीर विषयों की तरफ ले जाती है. इसलिए जो बीमार पड़ा समझो उसकी पढ़ाई और लक्ष्य बाधित हुआ. इसलिए उत्तम स्वास्थ्य जरूरी है.
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जब बेटियां स्वस्थ होंगी तो स्वस्थ शिशु भी जन्म लेगा
उन्होंने सबसे ज्यादा बेटियों की सेहत को लेकर चिंता जाहिर की. इसके लिए अभिभावकों को जागरूक रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि वह जब भी किसी दीक्षांत समारोह में जाती हैं, तो बेटियों के स्वास्थ्य पर अच्छी पहल करने की सलाह शिक्षा केंद्र के मुखिया और प्रशासनिक अमले को देती हैं, क्योंकि इन्हीं बेटियों की कोख से भारत का भविष्य तैयार होगा और जब बेटियां स्वस्थ होंगी तो स्वस्थ शिशु भी जन्म लेगा.