गोरखपुर: गोरखपुर विश्वविद्यालय में जिले के जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों की कार्यशाला का आयोजन किया गया. आयोजित कार्याशाला में प्रधानाध्यापकों को नए सत्र में बच्चों को नई तकनीक से शिक्षा देने और यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी. इसके साथ ही यातायात को लेकर जागरूक होने की बात कही. इस कार्यशाला में नए सत्र से शिक्षा शुरू होने वाली है. इसको लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी ने इन सभी 500 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को नई तकनीक से शिक्षा देने की ट्रेनिंग दी.
गोरखपुर: प्रधानाध्यापक नहीं करते यातायात नियमों का पालन - यातायात के नियमों का पालन के लिए जागरूक किया
गोरखपुर सरकारी जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों की कार्यशाला गोरखपुर विश्वविद्यालय दीक्षा भवन में आयोजित की गई. इसमें शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ कई अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे. इस कार्यशाला में यातायात और नई तकनीक में शिक्षा देने के प्रति जागरूक किया गया.
प्रधानाध्यापक नहीं करते यातायात नियमों का पालन
प्रधानाध्यापकों में ट्रैफिक नियमों के प्रति दिखे लापरवाह:
- ट्रेनिंग में सबसे महत्वपूर्ण पहलू ट्रैफिक नियमों के प्रति बच्चों को और उनके परिजनों को जागरूक करने का भी था.
- ट्रेनिंग देने के दौरान कार्याशाला में प्रधानाध्यापकों को यातायात के लिए सजग होने को कहा गया.
- इस ट्रेंनिग में आये 60% प्रधानाध्यापकों ने अपने सर पर हेलमेट नहीं लगाए थे.
- चार पहिया से आए प्रधानाध्यापकों में ज्यादातर बिना सीट बेल्ट ड्राइव करते हुए देखे गए.
- ट्रेनिंग के बाद कार्यक्रम स्थल के मेन गेट पर अपनी टीम के साथ खड़े होकर एसपी ट्रैफिक ने 1-1 गाड़ियों की जांच शुरू की.
- इस जांच में पता चला कि अधिकतर प्रधानाध्यापक सिर्फ गमछे और टोपी के सहारे ही चलते हैं.
बच्चों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने का दावा करने वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापक के नियमों के प्रति लापरवाह दिखे हैं. समय-समय पर हम लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि लोग हेलमेट लगाकर चलें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें.
-आदित्य कुमार वर्मा, एसपी ट्रैफिक