गोरखपुर: खेल और खेल सुविधाओं के क्षेत्र में गोरखपुर का मान लगातार बढ़ रहा है. यहां का रीजनल स्टेडियम हो या फिर वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज, यह दोनों खेल स्थान खेल सुविधाओं से जहां लगातार सुसज्जित किए जा रहे हैं, वही यहां के खिलाड़ी अपने खेल कौशल से देश-प्रदेश के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों में भी अपना मुकाम हासिल कर रहे हैं.
खेल में गोरखपुर के खिलाड़ियों का दबदबा
भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख कोच की भूमिका में यहां के छात्र रहे चंद्र विजय सिंह हैं तो हॉकी टीम में प्रीति दुबे का जलवा बरकरार है. अब इस शहर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी मैच भी होने लगा है और हॉकी का मैदान यूपी में नंबर एक का मैदान है.
वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज के बन जाने से खेल में आया निखार
गोरखपुर में खेलों को बढ़ावा देने के लिए रीजनल स्टेडियम बहुत पहले स्थापित था, लेकिन खेलों में असली निखार यहां पर 1987 में वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज के स्थापित हो जाने से हुआ, जहां वॉलीबॉल, कुश्ती हाल और अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी का मैदान खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध है. वहीं रीजनल स्टेडियम में बास्केटबॉल, हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन, जिमनास्टिक की सुविधाएं हैं. कबड्डी का यूपी का नंबर एक इंडोर स्टेडियम यहीं स्थापित है, जहां पर खिलाड़ी आपको जोर आजमाइश करते और पसीना बहाते देखे जा सकते हैं.
खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का मनवाया लोहा
कबड्डी की कोच विजय लक्ष्मी सिंह इसी परिसर की खिलाड़ी रही हैं, जिनके परिवार में भी लोग कबड्डी के खिलाड़ी हैं. परिसर में आधुनिक सुविधाओं से लैस जिम भी खुल चुका है, जिसका भी लाभ लोग उठा रहे हैं. स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रिंसिपल एके पाण्डेय की माने तो पिछले दो-तीन वर्षों में यहां के खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और 10 दिनों के अंदर आंध्रा से लेकर असम तक में कई प्रतियोगिताओं में यूपी को गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब बनाएं हैं.