गोरखपुर:शहरी क्षेत्र में बसे हुए लोगों को स्वच्छता और सफाई के साथ पथ प्रकाश और अन्य सुविधाओं को देने में गोरखपुर नगर निगम सक्रिय नजर आता है. निगम लोगों से हाउस टैक्स, वाटर टैक्स, दुकानों से किराया वसूलता है. लेकिन अरबों की जमीन पार्षदों और माफियाओं द्वारा कब्जा होने के बाद भी वह अनजान बना हुआ है. कुछ जमीनों की जानकारी पर कमिश्नर के आदेश के बाद उसकी जांच पड़ताल हो रही है. अब नगर निगम ऐसी जमीन को कब्जे में लेकर आवासीय समेत कई व्यापारिक कार्यों को करने पर विचार कर रहा है.
नगर निगम की जमीन पर मैरिज हॉलःगोरखपुर नगर निगम की महानगर के 42 क्षेत्रों में जमीने हैं. कुल 3 हजार 732 जगह चिन्हित किए गए हैं. इसमें 10 नए वार्डों के बढ़ने से कुछ और जमीन निगम के आंकड़े में आ सकती हैं. लेकिन शहर के वीआईपी इलाके दक्षिणी बेतियाहाता में अजीत शाही नाम का माफिया नगर निगम की जमीन पर मैरेज हॉल बनाकर उसे कई वर्षों से संचालित कर रहा था. इस जमीन को निगम ने अब कब्जे में ले लिया है. नगर निगम अब अपनी जमीनों को कब्जे में लेकर इसमें आवासीय समेत कई व्यापारिक कार्यों को आगे बढ़ाने की सोच रहा है.
अवैध कब्जों को कराया गया ध्वस्तःअपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने बताया कि गोरखपुर नगर निगम के राजस्व विभाग की एक टीम बनाई गई है. जिसमें एक कानूनगो और दो लेखपाल समेत नगर निगम के अन्य कर्मचारी शामिल हैं. इनके द्वारा शहर की जमीन की पैमाइश और चिह्नित करने की कार्रवाई की जा रही है. इस दौरान जहां अवैध कब्जा मिल रहा है. उसे ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. साथ ही जमीन को कब्जा करने वाले लोगों पर मामला भी दर्ज कराया जा रहा है. नगर निगम जरूरतों लोगों को अपनी जमीन के माध्यम से मदद भी कर रहा है. जमीन पर कब्जे को लेकर उन्होंने बताया कि शहर के महेवा वार्ड में निगम की जमीन पर 16 लोगों का नाम चढ़ा है. इस जमीन का कुल क्षेत्रफल 385 डिसमिल है.