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Gorakhpur crime : कर्ज के बोझ तले दबे युवक ने रची खुद के अपहरण की साजिश, घर वालों से मांगे पैसे - गोरखपुर में युवक का फर्जी अपहरण

गोरखपुर में कर्ज न चुका पाने से परेशान युवक ने खुद के ही अपहरण की साजिश रच डाली. सच से पर्दा उठने पर परिवार के लाेग भी हैरान हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

गोरखपुर में अपहरण की साजिश रचने वाले युवक काे पुलिस ने पकड़ लिया.
गोरखपुर में अपहरण की साजिश रचने वाले युवक काे पुलिस ने पकड़ लिया.

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Published : Feb 9, 2023, 5:18 PM IST

गोरखपुर में अपहरण की साजिश रचने वाले युवक काे पुलिस ने पकड़ लिया.

गोरखपुर :जिले में 5 दिन पहले एक व्यक्ति ने कर्ज से परेशान हाेकर अपनी पत्नी और 2 बच्चों समेत आत्महत्या कर ली थी. गुरुवार को पुलिस ने एक ऐसे ही मामले का खुलासा किया. एक युवक ने कर्ज से परेशान हाेकर अपनी ही अपहरण की साजिश रच डाली थी. वह अपने घर वालाें से ही रुपए मांग रहा था. पुलिस से आराेपी काे गिरफ्तार कर लिया है.

एसपी नॉर्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि आराेपी अपनी मां को फाेन कर कह रहा था कि उसका अपहरण हाे गया है. तीन लाख 10 हजार बिहार में अपहरणकर्ताओं के पास भेजो, नहीं तो उसकी हत्या हो जाएगी. वह इस पैसे से कर्ज की अदायगी करना चाह रहा था लेकिन अपनी ही साजिश में गिरफ्तार हो गया. मामला पुलिस तक पहुंचा और एफआईआर भी दर्ज हुआ.

पुलिस ने सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के सहारे युवक काे झंगहा थाना क्षेत्र में अमहिया से गिरफ्तार कर लिया. मनीष इस दौरान ऋषिकेश, हरिद्वार,शाहजहांपुर जैसी जगहों पर घूमता रहा. घटना का खुलासा करते हुए एसपी नॉर्थ ने बताया कि मनीष के ऊपर ब्याज और कर्ज के पैसे हैं. इसको चुकाने के लिए वह घर से फर्जी तरीके से अपहरण की सूचना देकर फिरौती की मांग कर रहा था. झंगहा थाना क्षेत्र के अमहिया का निवासी मनीष मद्धेशिया टेंट हाउस का कारोबार करता था. वह कर्जदार हो गया था. कारोबार के लिए लोगों से काफी पैसे लिए थे. जब उन व्यक्तियों का पैसा वह नहीं दे पाया तो लाेग पर दबाव बनाने लगे.

मनीष 29 जनवरी 2023 को घरवालों बिना बताए घर से कहीं चला गया. घर वापस न आने पर परिवार वालों ने प्रार्थना पत्र देकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. मनीष ने 30 जनवरी की शाम मां के पास अपने मोबाइल नंबर से फोन करके बताया कि उसे 5 लोगों ने पकड़ रखा है. उससे ₹3 लाख 10 हजार की फिरौती मांग रहे हैं. वह बिहार में है. रुपया जल्दी मेरे खाते में भेज दो नहीं तो यह लोग मुझे मार देंगे.

एसपी नार्थ ने बताया कि अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था. परिवार के लोगों ने मनीष के खाते में एक बार ₹5 हजार और एक बार में ₹10 हजार भेजे. फिर 3 फरवरी 2023 को मनीष ने अपने ही मोबाइल से अपने मां के मोबाइल नंबर पर फोन करके बताया कि लोग मुझे पकड़कर राजस्थान ले जा रहे हैं. जल्दी से मेरे खाते में पैसे भेज दो नहीं तो मेरी हत्या कर देंगे. परिजनों ने तत्काल पुलिस को सारी घटना के बारे में बता दिया.

पुलिस जब सर्विलांस टीम की मदद और लोकेशन के जरिए पता किया तो सच सामने आ गया. मनीष मोतीराम अड्डा से गोरखपुर होते हुए ट्रेन से शाहजहांपुर, वहां से हरिद्वार फिर देहरादून, ऋषिकेश में घूम रहा है. उसके साथ काेई अन्य नहीं था. पुलिस लगातार उसके लोकेशन को ट्रेस करती रहीच पुलिस टीम ने सतर्कता दिखाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया. आराेपी काे जेल भेज दिया गया है.

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