चार पुलिसकर्मी सहित चौरी चौरा के थाना प्रभारी पर गिरी गाज, जानिए वजह
महिला अपराध को रोकने के लिए प्रदेश की योगी सरकार लगातार सजग है. साथ ही इन अपराधों के प्रति जिम्मेदारों की उदासीनता को लेकर भी एक्शन ले रही है. कुछ ऐसा ही मामला गोरखपुर जिले के चौरी चौरा के थाना से सामने आया है. जहां, एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने महिला अपराध पर उदासीनता के कारण देर रात को थाना प्रभारी सहित सम्बंधित हल्के के दरोगा सहित कुल चार लोगों को निलंबित कर विभागीय जांच काराने का आदेश दिया है. इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है.
गोरखपुर: गोरखपुर जिले के चौरी चौरा के थाना प्रभारी सहित सम्बंधित हल्के के दरोगा सहित कुल चार लोगों को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही विभागीय जांच काराने का आदेश भी दिया गया है. यह आदेश एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने महिला अपराध पर उदासीनता के कारण देर रात को सुनाया है.
दरअसल, चौरी चौरा थाना क्षेत्र के एक गांव से दो लड़कियों को गाव के ही दबंगो पर रंजिश वश अगवा करवा देने का आरोप था. पीड़ित पिता लगातार पुलिस और थाने का चक्कर काट रहा था. लेकिन पीड़ित का मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा था. घटना की जानकारी होने के बाद एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु स्वयं थाना पहुंचे और मामले में मौके पर थाना प्रभारी चौरी चौरा और हल्का के लोगों के कार्रवाई का जायजा लिया और उसके बाद गोरखपुर लौट गए.
जिसके बाद एसएसपी के आधिकारिक मीडिया सेल से प्रेस नोट जारी हुआ. जिसमें चौरी चौरा थाना प्रभारी इकरार अहमद, उपनिरीक्षक योगेश यादव, हेड कांस्टेबल निशान्त सिंह और कांस्टेबल मनोज यादव को महिला अपराध में घोर लापरवाही के कारण निलंबित करने की बात कही गई है.
इससे पहले चौरी चौरा थाना प्रभारी संतोष अवस्थी को भी महिला अपराध पर लगाम न लगाने के कारण लगभग एक महीने पहले अपराध शाखा भेजा गया था, लेकिन इस बार घोर लापरवाही के कारण थाना प्रभारी सहित पूरे हल्के पर कार्रवाई की गई है. फिलहाल इस कार्रवाई के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.