गोरखपुर:प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री डॉ संजय निषाद मंगलवार को गोरखपुर में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही पर इतने गुस्से में आए कि उन्होंने मौके से प्रमुख सचिव को फोन कर कहा कि जितने डीडी स्तर के अधिकारी हैं, उन सभी को सस्पेंड कर सड़क पर ला दो. इनकी मनमानी नहीं चलने पाएगी. योजनाओं के साथ डिप्टी डायरेक्टर जैसे अधिकारी खिलवाड़ कर रहे हैं. जो लोग बीमा और अन्य सुविधाओं के हकदार हैं वह मौके पर वंचित पाये जा रहे हैं. मंत्री कैंपियरगंज विधानसभा क्षेत्र में 50 करोड़ की लागत से बनने वाले एक्वा पार्क का निरीक्षण करने पहुंचे थे. लेकिन, मंत्री के इस दौरे के दौरान जिले के जिम्मेदार अधिकारी फाइलों सहित नदारद रहे.
गोरखपुर में हो रही बरसात में भीगते हुए मंत्री संजय निषाद जब मछुआरों के बीच पहुंचे और उनसे बात की तो पता चला कि केंद्र और प्रदेश की किसी योजना का लाभ इन मछुवारों को नहीं मिल पा रहा है. इससे वह आग बबूला हो गए और प्रमुख सचिव को फोन लगा दिया. इसके बाद उन्होंने प्रमुख सचिव से कहा कि सरकारी संपत्तियों को लुटवाने वाले अधिकारियों की फाइल तैयार की जाए. सरकारी जमीन से मिट्टी बेच दी गई है. आखिर में इनकी निगरानी क्यों नहीं हुई. केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार के मछुआ कल्याण की योजना को जो अधिकारी पलीता लगा रहे हैं, उनको सड़क पर ला दो.
मंत्री ने जब मछुआरों के बीमा की स्थिति, तालाब और पट्टे के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की तो पता चला कि जिले के मत्स्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी न तो खुद मौके पर पहुंचे और न ही संबंधित महत्वपूर्ण फाइलें लेकर उनका कोई कर्मचारी आया. अधिकारियों की इस लापरवाही को देखकर मंत्री डॉ संजय निषाद तमतमा गए. उन्होंने लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन कर गोरखपुर के लापरवाह अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिए.