गोरखपुर : मौसम में अचानक आए बदलाव का सीधा असर खेतों में खड़ी फसलों पर देखने को मिल सकता है. बुधवार को बादलों पर छाई धुंध और तेज हवा के साथ शुरू हुई बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. उन्हें डर है कि अगर कहीं बारिश के साथ ओलावृष्टि हो गई तो खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगी.
किसानों की चिंता, कहीं बर्बाद न हो जाएं खेतों में खड़ी फसलें - गोरखपुर न्यूज
गोरखपुर में अचानक हुई तेज बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. जिले में स्थित क्लाइमेट सेल से बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि और बज्रपात की भी संभावना जताई थी. ऐसे में अगर ओलावृष्टि हुई तो खेतों में खड़ी सरसों और गेहूं की तैयार फसलें बर्बाद हो जाएंगी.
बुधवार को आसमान एकाएक काले बादलों से घिर गया और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई. लोग कुछ समझ पाते इससे पहले मौसम पूरी तरह बदल गया. वहीं खेतों में लहलहा रही गेहूं और सरसों की फसलों को इस बिन मौसम बरसात से भारी नुकसान होने की संभावना है. बता दें कि जिले में स्थापित क्लाइमेट सेल की ओर से वर्षा के साथ ओलावृष्टि और बज्रपात होने की भी संभावना व्यक्त की थी.
किसान विनय शर्मा ने बताया कि मौसम तो बहुत सुहाना हुआ है, लेकिन बारिश ने चिंता बढ़ा दी है. बिन मौसम बरसात से खेतों में खड़ी फसलों को काफी नुकसान हो सकता है. खास कर गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी. फसलों की बालियां पकने का दौर शुरू हो गया है, इस बारिश से बालियां पक नहीं पाएंगी. वहीं प्रोफेसर राजेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बारिश तो फायदेमंद है, लेकिन अगर कहीं ओलावृष्टि हुई तो किसानों का काफी नुकसान होगा, क्योंकि खेतों में खड़ी फसलें तैयार हो गई हैं. फरवरी खत्म होने को है और होली के बाद फसलें कटना आरंभ हो जाएंगी, ऐसे में ओले पड़ने से सब बर्बाद हो जाएगा.