गोरखपुर: केंद्रीय इस्पात और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते (Faggan Singh Kulaste) भारतीय जनता पार्टी में अनुसूचित जनजाति के बड़े चेहरे के रूप में पहचाने जाते हैं. अटल जी के पुण्यतिथि (Atal Bihari Vajpayee death anniversary) पर मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि देश में अनुसूचित जनजाति के उत्थान और विकास का सबसे बड़ा श्रेय अगर किसी को जाता है, तो वह पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है. वे सन् 1980 से बीजेपी के साथ जुड़कर काम कर रहे थे और वर्ष 1996 से केंद्र की राजनीति में थे. इस दौरान लोकसभा में अटल जी को बतौर विपक्ष के नेता के रूप में आदिवासियों की चिंता करते हुए कहा था कि एक दिन देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और आदिवासियों का सपना पूरा करेंगे.
फग्गन सिंह कुलस्ते मंगलवार को बीजेपी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश प्रशिक्षण शिविर में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे. इस दौरान मीडिया के सवालों का उन्होंने जवाब देते हुए बीजेपी की नीति और अटल जी के आदिवासी प्रेम का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनते ही अटल जी देश में पहली बार आदिवासी मंत्रालय का गठन किया. उन्होंने पूर्वोत्तर के विकास के लिए बोर्ड का गठन किया. जिसे मौजूदा समय में नरेंद्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं. इसका सबसे बड़ा नजीर राष्ट्रपति के रूप में एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया जाना है.
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के अधिकांश लोकसभा सीट बीजेपी जीतने में कामयाब हो रही है. मध्य प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले कुलस्ते से जब यह सवाल हुआ कि आखिर पंचायत और निगम के चुनाव में बीजेपी को बड़ा नुकसान क्यों उठाना पड़ा. तो मंत्री ने कहा कि कभी-कभी राज्य की परिस्थितियों के हिसाब से राजनीतिक परिणाम बन जाते हैं. लेकिन, आने वाले लोक सभा चुनाव में बीजेपी एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में परचम लहराएगी.