गोरखपुर: 15 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन के बाद 72 घंटे के लिए गुरुवार की रात से प्रदेश के बिजली कर्मियों के साथ जिले के बिजली कर्मी भी कार्य बहिष्कार पर रहेंगे. मुख्य अभियंता कार्यालय पर यह सभी एकजुट होकर सरकार से अपनी मांग को पूरी कराने के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं. जनपद के सभी विद्युत कर्मचारी रात से 72 घण्टे के हड़ताल पर जाएंगे.
राज्य कर्मचारी विद्युत परिषद के पूर्व अध्यक्ष बृजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि हम लोग दो दिन से मोहद्दीपुर पॉवर हाउस पर धरने पर बैठे थे. मंगलवार को मशाल जुलूस निकालकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी. ऊर्जा मंत्री से जो दो महीने पहले 15 सूत्रीय मांगों को लेकर समझौता हुआ था, उसको सरकार पूरा कर दे लेकिन अभी तक ऊर्जा मंत्री के द्वारा हम लोगो से कोई बात नही की गई. हम सभी विद्युत कर्मचारी रात से 72 घण्टे की हड़ताल पर जाएंगे.
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इस बहिष्कार के दौरान कोई कार्य नही किया जाएगा. इसके लिए हम लोगो ने सरकार को दो दिन पहले ही अवगत करवा दिया था.
उन्होंने कहा कि हमारी मांग पेशन को बढ़ाने, वेतनमान को बढ़ाने, विद्युत के प्राइवेटाइजेशन पर रोक लगाना, महंगी बिजली को सस्ती करना, ऊर्जा निगम की जमीन को एनटीपीसी को दिये जाने के फैसले पर रोक लगाना आदि है. कुल 15 मांगें उठाई गईं हैं. इसको सरकार पूरा नही कर रही है. इसको लेकर हम लोग आज रात से 72 घंटे की हड़ताल पर जा रहे हैं.
कर्मचारी नेता बृजेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विद्युत उत्पादन के बेहतरीन केंद्रों में से एक अनपरा इकाई जहां ढाई रुपए में प्रति यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाता है, जिसने बेहतरीन कार्य के लिए पुरस्कार भी जीता है उसकी जमीन को सरकार एनटीपीसी को बेचना चाहती है, जो उचित नहीं है. उन्होंने मांग की है कि सरकार यहां जो भी प्लांट लगाए उसको उर्जा विभाग के यही कर्मचारी चलाकर विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम देंगे.इसे बेचा न जाए वरना विरोध होगा.
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