गोरखपुरः 18 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन 24 घंटे के उपवास पर हैं. इस दौरान वो मुख्य अभियंता कार्यालय पर उपवास कर धरना देते हुए अपनी मांगों पर विचार करने के लिए सरकार और प्रबंधन से अनुरोध कर रहे हैं. अभियंता संघ का कहना है कि उनकी मांग वेतन विसंगति, वरिष्ठता निर्धारण, पुरानी पेंशन, ग्रेड पे से जुड़ी हुई हैं.
लाइनों, उपकेंद्रों के ब्रेकडाउन अटेंडेंट करने हेतु मेंटेनेंस सामग्री के उपलब्ध नहीं होने और यार्डस्टिक के अनुसार विभाग में कारकों की तैनाती से जुड़े मुद्दे शामिल हैं. उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर सहमति और आदेश के बावजूद क्रियान्वयन नहीं होने की दशा में उनका संगठन विरोध में प्रबंधन की हठधर्मिता के खिलाफ भूख हड़ताल पर है. इस उपवास और धरना कार्यक्रम में गोरखपुर जिले के 157 अवर अभियंता, प्रोन्नत सहायक अभियंता और प्रोन्नत अधिशाषी अभियंता शामिल हैं.
अभियंता संघ के उपवास कार्यक्रम में उनके प्रांतीय उपाध्यक्ष अजय कुमार और क्षेत्रीय अध्यक्ष अमित कुमार निगम ने शामिल होकर अपने इंजीनियर साथियों का हौसला बढ़ाया. यही नहीं उपवास के इस कार्यक्रम को करने के दौरान उन्होंने अपने क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने पर भी पूरा ध्यान दिया. संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष का कहना था कि विभाग में तैनात जूनियर इंजीनियर को प्रोन्नति देने में विभाग द्वारा दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है. सीधी भर्ती से आने वाले सहायक अभियंताओं को विज्ञापन के साथ ही वरिष्ठता क्रम निर्धारित कर दिया जा रहा है. जबकि विभाग में 10 सालों की सेवा देने के साथ प्रोन्नति पाने का हकदार है, उसे प्रोन्नति नहीं दी जा रही. यही नहीं वेतन के निर्धारण और ग्रेड पे के साथ भी असमानता अपनाई जा रही है. जो प्रबंधन की हठधर्मिता है. उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी प्रबंधन को जगाने के लिए आंदोलन हुआ है. यह उनके आंदोलन का दूसरा चरण है. इसके बाद भी प्रबंधन नहीं सुनता है, तो आने वाली 21 और 22 सितंबर को उनका संगठन और इंजीनियर 48 घंटे का उपवास रखकर एक बार फिर अपनी मांगों के लिए आवाज उठाएंगे.