गोरखपुरः बांसगांव इलाके के बढ़नी चौराहे पर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से हुए बैंक घोटाले के मामले में डेढ़ साल बाद भी कार्रवाई नहीं हुई. गिरफ्तारी नहीं होने पर नवागत सीओ से पीड़ित ने शनिवार को फिर कार्रवाई की मांग की.
गिरफ्तारी का आश्वासन
सीओ जगत राम कनौजिया ने पीड़ित को आश्वासन दिया कि एक हफ्ते के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी निश्चित होगी. सीओ ने बताया कि बैंक मैनेजर कार्यरत नहीं हैं. वह बिहार के चंपारण जिले में मौजूद हैं. टीम भेजकर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी. पुलिस ने पीड़ित महिला कुमुदरानी की तहरीर पर शाखा प्रबंधक मिलाप चंद, सहायक मैनेजर उज्ज्वल सिंह और सचिन सिंह पर धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर रकम हड़पने के आरोप में केस दर्ज किया था.
प्रबंधक ने हड़पे थे 10 लाख
बांसगांव थाना क्षेत्र के ग्राम गोपालपुर बढ़नी निवासी वशिष्ठ मुनि सिंह की पत्नी कुमुद रानी ने प्रधानमंत्री उद्योग योजना के तहत आइसक्रीम कैंडी ब्यापार के लिये 10 अगस्त 2017 को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय में आवेदन किया था. 28 अगस्त को 25 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी गई. बैंक की गोपालपुर बढ़नी शाखा में ऋण की पत्रावली के आने पर कुमुद रानी की ओर से एक फर्म के 10 लाख रुपये का कोटेशन शाखा प्रबंधक मिलाप चंद को दिया गया.
नहीं हुई कार्रवाई
आरोप के मुताबिक उस कोटेशन को हटाकर बैंक मैनेजर ने अपने एक सहयोगी सचिन उप मैनेजर उज्जवल सिंह की मदद से कूट रचित तरीके से अन्य फर्म का कोटेशन लगाकर धोखाधड़ी से 10लाख रुपये निकाल लिए ,जिसके बाद पीड़ित ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई थी और मुकदमा दर्ज हुआ था. उसके बाद से कोई कार्रवाई नहीं हुई.