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गोरखपुर: कोरोना से जंग में गोरखपुर विश्वविद्यालय के कर्मचारी और स्टाफ करेंगे 14 लाख की मदद - डीडीयू कर्मचारी करेंगे 14 लाख की मदद

उत्तर प्रदेश में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी कोरोना के खिलाफ जारी जंग में मुख्यमंत्री राहत कोष में 14 लाख रुपये का अंशदान करेंगे. वहीं कुलपति ने चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को अंशदान से मुक्त रखने का निर्देश दिया है.

डीडीयू कर्मचारी करेंगे 14 लाख की मदद
गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह

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Published : Mar 27, 2020, 7:59 PM IST

गोरखपुर:दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक कर्मचारी और अधिकारी वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जारी जंग में सरकार द्वारा उठाए गए व्यापक कल्याणकारी कार्यक्रमों और चिकित्सकीय उपकरणों के लिए अपनी ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में आर्थिक अंशदान करेंगे. विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. विनोद कुमार सिंह और कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र नाथ सिंह की इस आशय की अपील पर विश्वविद्यालय परिवार ने उत्साहपूर्वक अपनी सहमति व्यक्त की है.

इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह ने शिक्षकों ,कर्मचारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के 1 दिन के वेतन के बराबर आर्थिक अंशदान की कटौती के प्रस्ताव को अपनी स्वीकृति देते हुए कहा कि इस कटौती से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को मुक्त रखा जाएगा, ताकि उनके लिए अपेक्षाकृत सीमित संसाधनों में अपनी आवश्यकताएं पूर्ति करने में आसानी हो सके.

इस कटौती से विश्वविद्यालय द्वारा लगभग 14 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. विनोद कुमार सिंह ने इस निर्णय पर सहमति जताने के लिए शिक्षकों के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए कहा इस चुनौतीपूर्ण समय में समाज के इस सबसे प्रबुद्ध वर्ग का यह निर्णय उसकी संवेदनशीलता के साथ-साथ देश के प्रति उसकी कर्तव्य बोध के भाव से प्रेरित है.

वहीं विश्वविद्यालय से जुड़े सभी कर्मचारियों ने जिला प्रशासन से वार्ता कर विवि परिसर की आवासीय कालोनियों में दूध, सब्जियों एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुलभ कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि पूरा विवि परिवार प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के बारम्बार अनुरोध और मानवता के हित में लॉकडाउन के निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहा है, लेकिन इन क्षेत्रों में अभी तक सब्जियों या अन्य वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हो रही है.

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