गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार (CM Yogi's Janta Darbar in Gorakhpur) में अपनी समस्या और फरियाद लेकर पहुंचने वाले लोगों के अधिकांश मामले राजस्व और भूमि विवाद अवैध कब्जे के ही सामने आते हैं. योगी इस दौरान मौजूद अधिकारियों को इसके निदान का आदेश भी देते हैं. बावजूद इसके ऐसे मामले कम होने का नाम नहीं लेते. दीपावली के बाद सोमवार की सुबह जब गोरखनाथ मंदिर परिसर में सीएम का जनता दरबार लगा तो समस्याओं से जूझ रहे लोग,अपनी फरियाद लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंच गए. कानपुर,मऊ, महाराजगंज जैसी जगहों से भी लोग भूमि विवाद और अवैध कब्जे के मामले को लेकर यहां पहुंचे थे.
ज्यादातर मामलों को महिलाएं ही योगी के सामने उठती दिखाई दीं.कोई कह रहा था कि उनकी जमीन पर से कब्जा हट नहीं रहा. दबंग उन्हें परेशान करते रहते हैं. ऐसे मामलों को एक-एक कर योगी ने सुना और मौके पर मौजूद एडीजी और कमिश्नर को ऐसे मामलों के निशान का निर्देश दिया. योगी ने कहा कि भूमि विवाद के मामले कम हों. जनता दरबार में बार-बार ऐसे मामले आने पर संबंधित अधिकारी को खिलाफ कार्रवाई होगी.
अयोध्या, गोरखपुर के वनटांगियां गांव की दीपावली जैसे पर्व और कर्तव्य पथ के कार्य में जुटे रहने के बाद भी योगी आदित्यनाथ, अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान लगने वाले जनता दरबार से भी अगले दिन यानी सोमवार को सुबह भी जुड़े रहे. जनता दर्शन में मुख्यमंत्री (Chief Minister Yogi Adityanath) ने करीब दो सौ लोगों की समस्याएं सुनी. अफसरों को दिए निर्देश, जमीन कब्जा करने वालों के खिलाफ करें कठोर कार्रवाई. उन्होंने मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक, खुद जाकर उनकी समस्याएं सुनीं और पास में मौजूद अधिकारियों को समस्या निस्तारण के लिए त्वरित कार्यवाही का निर्देश दिया.