गोरखपुरः प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे सरकारी दावों की हकीकत जानने गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे दावों की हकीकत का गहनता से निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
मिल रही थीं शिकायत
कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम द्वारा कोविड काल में जनपद के आमजन की विभिन्न समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाता है. ऐसे में कोविड की दूसरी लहर में इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों द्वारा शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेने की शिकायत मिल रही थीं. इस पर जिलाधिकारी के. विजेंदर पांडियन ने कंट्रोल रूम में टोल फ्री नंबरों को बढ़ाने के साथ ही कर्मचारियों की संख्या भी दुगुनी करने का निर्देश दिया था. इसके बावजूद भी आमजन की समस्या दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं.
बेडों व ऑक्सीजन की कमी
जनपद में बेडों के साथ ही ऑक्सीजन की कमी ने भी कंट्रोल रूम की समस्या को और बढ़ा दिया है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में विभिन्न समस्याओं को लेकर लोगों का फोन कंट्रोल रूम में आ रहा है लेकिन दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रदेश सरकार आमजन को सहूलियत देने की बात कह रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के उच्च अधिकारियों के साथ इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर विभिन्न विभागों द्वारा स्थापित बूथों पर पहुंच कर्मचारियों से वार्ता की. सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार इस महामारी में लोगो की समस्याओं का निस्तारण कर रही है. ऐसे में इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से आम लोगों को बड़ी उम्मीदें रहती हैं. उनकी उम्मीदों पर खरा उतरना आप सभी का कर्तव्य है. इस कोविड काल में आम लोगों की सहायता के साथ ही उन्हें सुरक्षित रखने की भी जिम्मेदारी हम सभी की है.
इसे भी पढ़ेंः अय्याश बेटे के साथ माननीय का पूरा परिवार कोरोना संक्रमित
औचक निरीक्षण
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में level-2 के अस्पताल का भी औचक निरीक्षण कर तैयारियों के संबंध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की. आमजन की सेवा के लिए जल्द से जल्द से चालू करने का निर्देश दिया.