गोरखपुर: दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर को 93.89 करोड रुपए की विभिन्न परियोजनाओं की सौगात दी. उन्होंने गोरखपुर क्लब में आयोजित कार्यक्रम में नगर निगम समेत अन्य विभागों के 237 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया.
इस दौरान नगर महापौर सीताराम जायसवाल, नगर विधायक डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी समेत भाजपा कार्यकर्ता और नगर निगम के कर्मचारी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर क्लब में आयोजित कार्यक्रम के तहत 237 विभिन्न विभागों की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, जिसमें नगर निगम परिसर में स्थापित म्यूजिक फाउंडेशन, फूड पार्क, कार्य 14वें, 15वें वित्त आयोग, अवस्थापना विकास निधि, अमृत योजना, सीवरेज एवं जल निकासी योजना और स्वच्छ भारत मिशन शामिल हैं. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप से संचालित म्यूजिक फाउंडेशन और फूड पार्क गोलघर को नए पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.
सीएम योगी ने वार्ड नंबर 5 में 1 करोड़ 12 लाख 77 हजार से बनी सड़क का भी लोकार्पंण किया. उन्होंने 4 करोड़ 11 लाख 67 हजार रुपए से लाल डिग्गी पार्क के जीर्णोद्धार और विधायक विपिन सिंह और महेंद्र पाल सिंह के आवास तक हुए कार्य का लोकार्पण किया. स्वच्छ भारत मिशन के तहत नेताजी सुभाष चंद्र बोस नगर के बड़े पार्क में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में मैटेरियल रिकवरी सुविधा के भी लोकार्पण का प्रस्ताव है.
इसे भी पढ़ें-सीएम ने किया इस पंपिंग स्टेशन का लोकार्पण, कहा- यूपी में और तेज होगी विकास की गति
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन परियोजनाओं से जनपद वासियों को सीधा-सीधा लाभ मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम वर्षों से पुराने भवन में संचालित हो रहा था, अब वह अत्याधुनिक भवन में जल्द से जल्द संचालित होगा. सीएम ने कहा कि लोगों को एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी. सरकार लगातार आमजन को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही है, ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ताओं को समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे हुए व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की जिम्मेदारी उठानी होगी.
इससे पहले सीएम योगी बीते 5 जुलाई को गोरखपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने खोराबार में तरकुलानी रेग्यूलेटर का लोकार्पण किया. साल 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शिलान्यास किया था. 85 करोड़ की लागत से बने इस रेग्यूलेटर पंपिंग सेट के तैयार होने से 50 हजार की आबादी को हर साल आने वाली बाढ़ से राहत मिलेगी. इसके साथ ही किसानों की हजारों हेक्टेयर खेती भी बाढ़ की भेंट चढ़ने से बच जाएगी. सीएम ने यहां बाढ़ से जुड़ी 145 करोड़ से अधिक की 10 परियोजनाओं का लोकार्पण किया था.