गोरखपुर: दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गोरखपुर-बस्ती मंडल के आलाधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से कोविड-19 नियंत्रण को लेकर बैठक की. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि T-3 (ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट) की बदौलत यूपी में 30 अप्रैल की अपेक्षाकृत वर्तमान में एक्टिव केसों में कमी आई है.
सीएम ने वैक्सीनेशन सेंटर का किया निरीक्षण
दौरे के दूसरे दिन सीएम योगी चरगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. यहां पर उन्होंने 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लग रहे टीकाकरण की जानकारी हासिल की. वहां पर टीका लगवाने आए लोगों से उन्होंने बातचीत भी की. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे. यहां पर उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया. यहां पर वैक्सीन लगवाने आए लोगों से भी उन्होंने बातचीत की. उन्होंने लाभार्थियों से पूछा कि उन्हें वैक्सीन लगवाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है. लाभार्थियों के जवाब से संतुष्ट होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गोरखपुर बस्ती मंडल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने पहुंचे.
पिछले 10 दिनों के अंदर यूपी में 85 हजार से कोरोना केस हुए कम
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 10 दिनों के अंदर यूपी में 85 हजार से अधिक एक्टिव केस कम हुए हैं. यूपी में 30 अप्रैल 2021 को 3.10 लाख एक्टिव केस थे. आज 10 मई की रिपोर्ट के अनुसार 2.25 लाख केस वर्तमान में यूपी में हैं. वर्तमान में पूरा देश कोरोना महामारी की सेकेंड वेव का मुकाबला कर रहा है. पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बड़ी ही मजबूती के साथ एक अभियान चल रहा है. इसके अपेक्षित परिणाम भी प्राप्त हो रहे हैं. यूपी देश की आबादी की दृष्टि से सबसे बड़ा प्रदेश है. यूपी कोरोना के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ रहा है. प्रदेश के अंदर अर्ली एण्ड एग्रेसिव कैम्पेन का परिणाम सामने आ रहा है. उन्होंने कहा कि T-3 (ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट) की बदौलत यूपी में 30 अप्रैल की अपेक्षाकृत वर्तमान में एक्टिव केसों में कमी आई है.
कोरोना की पहली लहर का यूपी ने बेहतर तरीके से किया था मुकाबला
उन्होंने कहा कि पहली लहर का यूपी ने बेहतर तरीके से मुकाबला किया था. इस बार भी बेहतर तरीके से हम मुकाबला कर रहे हैं. सुपर स्पेशियलिटी वार्ड को 500 बेड का अस्पताल बनाया था, तो लोगों ने कहा था कि इतने बेड के अस्पताल की जरूरत नहीं है. इसके बाद इसे बंद करने की भी बात सामने आई थी. लेकिन, हमने इसे बंद नहीं किया. इसकी बदौलत पूर्वी यूपी में बहुत से लोगों के जीवन को बचाने के लिए यहां के चिकित्सकों और कर्मचारियों ने बहुत बेहतर तरीके से काम किया. इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों में भी काम का आगे बढ़ा रहे हैं. हमने T-3 (ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट) की बदौलत इसे नियंत्रित करने में सफलता पाई है. एक्टिव केस में लगतार गिरावट है. दो दिन में 23 हजार और 21 हजार एक्टिव केस आए हैं.