गोरखपुर:गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार की सुबह शक्ति मंदिर में श्रद्धा और विधि विधान के साथ रुद्राभिषेक किया. इस दौरान उन्होंने देवाधि देव भगवान शिव से कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे संपूर्ण विश्व के कल्याण, उद्धार, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की.
सीएम योगी शनिवार की सुबह स्नान-ध्यान के बाद जब मठ से निकले तो गुरु गोरखनाथ और अखण्ड ज्योति का पूजन कर दर्शन किया. उसके बाद ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया. मंदिर परिसर के भ्रमण के दौरान करीब 30 मिनट का समय उन्होंने गोशाला में बिताया. गायों और उनके बच्चों को दुलारा और उनको गुड़ व चारा खिलाया. सीएम योगी ने कर्मचरियों को गोशाला की बेहतर साफ-सफाई का निर्देश दिए. दो महीने बाद उनका पालतू कुत्ता कालू भी उन्हें पाकर खूब खुश नजर आया.
शुक्रवार को पहुंचे सीएम योगी
बता दें कि मुख्यमंत्री दो माह बाद शुक्रवार को दोपहर बाद गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने मठ पहुंचे थे. गोरक्षपीठाधीश्वर का दायित्व संभालने के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि वह लगातार दो महीने अपनी पीठ (गोरक्षनाथ), मठ और अपनों से दूर रहे. इसके पहले अपने पूज्य गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ के इलाज और बतौर सांसद एक-दो विदेश प्रवास के दौरान ही ऐसा हुआ, लेकिन यह अंतराल तीन से चार हफ्तों का ही रहा होगा. जब वह सांसद थे तो सत्रों में भाग लेने के लिए हर रविवार को ट्रेन से दिल्ली के लिए जाते थे और सप्ताहांत में गोरखपुर लौट आते थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी नियमित अंतराल पर उनका गोरखपुर आना-जाना होता रहा है.