गोरखपुर :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर दौरे के तीसरे दिन मंगलवार को पीपीगंज में कार्यक्रम को संबोधित किया. ये कार्यक्रम रामाश्रय ग्राम विकास संस्थान की ओर से कराया गया. इस दौरान सीएम ने मातृ भूमि योजना की जानकारी दी. कहा कि जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं. इसकी किसी से तुलना नहीं की जा सकती. भगवान राम ने भी अपनी जन्मभूमि अयोध्या से प्रेम की खातिर सोने की लंका को जीतने के बावजूद उसे छोड़ दिया था. इसके बाद वह अयोध्या लौट आए थे.
गांव से जाने वाले नहीं आते वापस :सीएम योगी ने कहा कि भगवान राम को लक्ष्मण के जरिए ऐसा अहसास हुआ कि लंका जीतने के बाद यहां शायद कुछ दिन रुका जा सकता है. भगवान राम ने लक्ष्मण से कहा कि लंका के राजा विभीषण हैं. अपनी जन्मभूमि तो अयोध्या है, हमें वहीं लौटना चाहिए. सीएम ने समाज के उन लोगों को जगाने का प्रयास किया जो गांव छोड़कर जाते हैं, बहुत कुछ बाहर हासिल करते हैं, लेकिन अपनी जन्मभूमि की ओर लौट कर नहीं आते हैं, उसका ऋण नहीं चुकाना चाहते. जबकि ऐसा करने से गांव का विकास होगा. ऐसा करने का नाम और प्रसिद्धि भी बढ़ेगी और अन्य लोग भी कुछ करने के लिए प्रेरित होंगे.
मातृ भूमि योजना का उठाएं लाभ :सीएम ने कहा कि उनकी सरकार गांव के विकास के लिए निरंतर प्रयत्नशील है. कई तरह की योजनाएं भी चला रही है. ऐसी ही योजना में से एक है मातृ भूमि योजना. इसके माध्यम से ऐसे लोग जो गांव छोड़कर किसी भी शहर या देश में अच्छे मुकाम हासिल कर लेते हैं. अपने गांव में विकास का कोई भी कार्य करना चाहते हैं, ग्राम सचिवालय, पंचायत भवन, स्वच्छता के केंद्र, जिस भी चीज का निर्माण करना चाहते हैं, उसमें सरकार उनकी मदद करेगी. ग्राम सभा में जमीन भी सरकार उपलब्ध कराएगी. 40% की धनराशि भी सरकार देगी. 60% जिस किसी को भी अपने गांव में विकास करना होगा वह देगा.
गांवों से कनेक्शन बढ़ाने का प्रयास :सीएम ने कहा कि इन पैसों सो जो संस्था खड़ी होगी उसका नाम उस व्यक्ति के परिवार और समाज से जुड़ा हुआ होगा. विवादित व्यक्ति के नाम पर इस योजना का लाभ किसी को नहीं दिया जा सकता. योजना को लाने का मकसद ही था कि लोगों का गांव से कनेक्शन हो. लोग अपने जन्म भूमि और जननी को पहचानें. उसकी उपेक्षा न करें. जो लोग गांव से जुड़े हैं उनके विकास के बारे में भी सोचें.