गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गोरखपुर को रविवार को 316.17 करोड़ रुपये की सौगात दी. उन्होंने कहा कि गोरखपुर हर रोज विकास के नए कीर्तिमान गढ़ रहा है. नए गोरखपुर का जो सपना लोगों ने देखा था वो केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार में पूरा हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi)खाद कारखाना, एम्स और रामगढ़ताल के किनारे वाटर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स की सौगात देने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के नए गोरखपुर के सपनों को साकार करने के लिए विकास परियोजनाओं की श्रृंखला तैयार की गई है.
वहीं, लोकार्पण व शिलान्यास समारोह को राज्यसभा सदस्य जयप्रकाश निषाद, एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी, विधायक संत प्रसाद, बिपिन सिंह ने भी संबोधित किया. आभार ज्ञापन महापौर सीताराम जायसवाल ने किया. कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, विधायकगण फतेह बहादुर सिंह, महेंद्रपाल सिंह, संगीता यादव, संत प्रसाद, डॉ विमलेश पासवान, भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, सीडीओ इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त अविनाश कुमार सिंह आदि की सहभागिता रही.
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दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रांगण में बने मंच से सीएम ने 124.16 करोड़ रुपये के 54 विकास कार्यो का लोकार्पण और 192.01 करोड़ के 32 कार्यो का शिलान्यास किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नागरिकों के जीवन में परिवर्तन लाने का एकमात्र आधार विकास है. इस दिशा में केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बेहतरी को लेकर किए गए प्रयासों का परिणाम सबके सामने है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में 1990 में बंद खाद कारखाना पीएम मोदी के मार्गदर्शन में अगले माह नए स्वरूप में चलने जा रहा है. 2004 से हो रहे एम्स की मांग को भी पीएम ने स्वीकार किया और अगले माह इसका भी उद्घाटन होने जा रहा है. केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रयासों से मासूमों पर कहर बनकर टूटने वाली इंसेफेलाइटिस पर भी नियंत्रण पा लिया गया है.
सीएम ने कहा कि गोरखपुर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शानदार बनाने की दिशा में भी सरकार बेहतर प्रयास कर रही है. इलेक्ट्रिक बसों के संचलन के साथ ही मेट्रो पर भी पप्रक्रियात्मक कार्य आगे बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विकास की ये सभी योजनाएं खुशहाली का माध्यम हैं. इनकी सार्थकता तभी होगी जब आम नागरिक भी इनके रख रखाव व संरक्षण से जुड़ेगा.