गोरखपुर: प्रदेश सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई. यह झड़प तब हुई जब प्रसपा कार्यकर्ता विभिन्न मांगों के संबंध में प्रदेश सरकार के खिलाफ हाथों में तख्तियां लेकर ज्ञापन देने जा रहे थे. प्रसपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के इशारे पर पुलिस भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर रही है.
ज्ञापन देने जा रहे प्रसपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई झड़प. दरअसल, मंगलवार को नगर निगम के रानी लक्ष्मीबाई पार्क में प्रसपा के जिलाध्यक्ष और पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्याम नारायण यादव के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. प्रसपा कार्यकर्ता प्रदेश सरकार की नीतियों और कार्य से क्षुब्ध होकर विभिन्न मांगों के संबंध में ज्ञापन देने जा रहे थे.
इस दौरान पुलिस के द्वारा कार्यकर्ताओं को रोके जाने पर कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों में जमकर झड़प और धक्का-मुक्की हुई. पुलिसकर्मियों ने प्रसपा कार्यकर्ताओं को नगर निगम के मुख्य द्वार से बाहर नहीं जाने दिया, जिसके बाद प्रसपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस-प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
प्रसपा जिलाध्यक्ष श्याम नारायण यादव ने बताया कि प्रदेश सरकार किसान विरोधी, छात्र विरोधी और व्यापार विरोधी कार्य कर रही है. प्रदेश में अपराध चरम पर है. रोजगार का वादा कर युवाओं से रोजगार छीनकर उन्हें बेरोजगार बनाने का कार्य सरकार कर रही है. प्रदेश में बहन-बेटियां अपने आपको पूरी तरह असुरक्षित मान रही हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा पत्रकारों और नेताओं पर लाठियां चलाकर उनकी आवाज को दबाने का कार्य किया जा रहा है.
प्रसपा जिलाध्यक्ष श्याम नारायण यादव ने बताया कि इसके विरोध में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. हम प्रदेश सरकार के खिलाफ जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन हमारी आवाज को दबाने का कार्य किया जा रहा है. हम इसका खुलकर विरोध करते हैं.