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कालाबाजारी: इंजेक्शन की कीमत सुनकर भौचक्के रह गए सिटी मैजिस्ट्रेट

गोरखपुर में कोरोना और ब्लैक फंगस की दवाइयां अपनी सही कीमत से पांच गुना महंगी बिक रही हैं. मंगलवार को जब सिटी मजिस्ट्रेट से एक इंजेक्शन के बदले 19 हजार की रकम की मांग की गई तो इस कालाबाजारी का खुलासा हुआ.

पूछताछ करते सिटी मजिस्ट्रेट.
पूछताछ करते सिटी मजिस्ट्रेट.

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Published : May 18, 2021, 7:46 PM IST

गोरखपुर: इस वैश्विक महामारी में कई दवा कारोबारी आपदा में अवसर तलाश रहे हैं और जरूरतमंदों से दवाइयों की मुंहमांगी रकम वसूल रहे हैं. इन दवाओं की कालाबाजारी में मेडिकल एजेंसी और कंपनी के मालिक भी शामिल हैं. इसका खुलासा मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट ने भलोटिया मार्केट में छापेमारी के बाद किया. इस मार्केट में एक दवा एजेंसी के मालिक ने 3686.49 रुपये की कीमत वाले इंजेक्शन के लिए मजिस्ट्रेट से 19 हजार रुपये मांगे थे. इस मामले में मेडिकल स्टोर संचालक सहित 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

ब्लैक फंगस की दवाइयों की कालाबाजारी

मंगलवार को सिटी मैजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव भलोटिया मार्केट पहुंचे. वहां उन्होंने फर्जी ग्राहक बनकर अंश मेडिकल एजेंसी नामक फर्म से ब्लैक फंगस बीमारी में कारगर इंजेक्शन की मांग की. जिस पर एजेंसी के मालिक अमित जायसवाल और नेक्सा वैलनेस कंपनी के एरिया मैनेजर राहुल पांडे ने 19 हजार रुपये की डिमांड की. विक्रेताओं ने दावा किया कि इंजेक्शन की बहुत मांग है और सप्लाई नहीं आने के कारण इसे ब्लैक में बेचा जा रहा है. इस इंजेक्शन की सही कीमत 3686.49 रुपये है. इंजेक्शन का दाम सुनते ही सिटी मजिस्ट्रेट के होश फाख्ता हो गए. उन्होंने ड्रग विभाग के अधिकारियों को बुलाकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. ब्लैक मार्केटिंग के आरोप में मेडिकल स्टोर संचालक सहित कंपनी के एरिया मैनेजर और एक अन्य कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है.

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