गोरखपुर: जिले के चौरी चौरा जनांदोलन का शताब्दी वर्ष 4 फरवरी से शुरू होने हो रहा है. चौरी चौरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का छठवां भाग राजधानी गांव से जनांदोलनकारी अब्दुल्ला और उनके साथियों की याद से शुरू होगा. इसका आयोजन अब्दुल्ला के गांव राजधानी में रामचन्द्र यादव इंटर कालेज में फरवरी के पहले सप्ताह से होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
'अवाम का सिनेमा' के नाम से चौरी चौरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में कई अन्य कार्यक्रमों की भी रूप रेखा बनायी गई है. 'अवाम का सिनेमा' के सदस्य देश व प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम करते हैं. यह कार्यक्रम सेमिनार, नाटक, गायन, कठपुतली, लोक संगीत, लोक नृत्य, फिल्म स्क्रीनिंग, चित्र प्रदर्शनी, रंगोली प्रतियोगिता, क्रांतिकारियों की जेल डायरी, पत्र, तार, मुकदमें की फाइल आदि के माध्यम से लोगों को समझाने की कोशिश की जाती है.
भारत को आजादी दिलाने के लिए चौरी-चौरा के जनआंदोलनकारियो की याद में 'अवाम का सिनेमा' प्रति वर्ष फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करता है. इस वर्ष चौरी चौरा के क्रांतिकारियों के नाम फिल्म समारोह का तीन दिन में सम्पन्न होगा. इसके अलावा 4 फरवरी से यूपी सरकार के पहल पर वर्ष भर कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार करने में स्थानीय अधिकारियों ने एड़ी से चोटी लगाए हुए हैं.
ईटीवी भारत पर टेलीफोन के माध्यम से 'अवाम का सिनेमा' के फाउंडर शाह आलम ने बताया कि यूपी का पहला फिल्म डेवलेपमेंट का प्रयास किया है. लगभग 15 वर्ष पहले हमने इसकी शुरुआत चौरी चौरा के शहीद स्मारक से की थी. उसके बाद लगातार तीन बार डुमरी में यह कार्यक्रम किया. पाचवीं पर पिछले वर्ष हमने इसे ऑनलाइन किया था. इस बार चौरी चौरा तहसील क्षेत्र के राजधानी गाव से कार्यक्रम का आगाज होगा. यह भारतीय स्वाधीनता आंदोलन को नए युवाओं को बताने और जोड़ने का एक माध्यम है, जो 2006 से शुरू हुआ गई. अब इसको बड़ी पहचान मिल रही है.