गोरखपुर: शहर के पैनेशिया अस्पताल में मालिकाना हक को लेकर हुए विवाद में भाजपा के बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान के खिलाफ कैंट थाने में डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ है. इसके साथ ही आरोपी पक्ष के ऊपर भी हरिजन उत्पीड़न एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि इस मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद न तो पुलिस के आलाधिकारी कुछ बोल रहे हैं और न ही सांसद और दूसरा पक्ष. मामला हाई-फाई होने की वजह से इसको लेकर पुलिस महकमे और भाजपा संगठन में नीचे से ऊपर तक माहौल गर्म दिख रहा है.
क्या है पूरा मामला
22 जून को हुए विवाद में सांसद कमलेश पासवान पैनेशिया अस्पताल के निदेशक मंडल के सदस्य डॉ. प्रमोद सिंह और अन्य लोगों के साथ मालिकाना हक को लेकर दूसरे पक्ष से बात करने गए थे. इसी दौरान विवाद हो गया, जिसके बाद दूसरे पक्ष ने कैंट थाने में तहरीर दी. तहरीर के आधार पर सांसद समेत 40 से 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध डकैती और आपराधिक बल प्रयोग करने सहित संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
दूसरे पक्ष पर भी दर्ज हुआ मुकदमा
सांसद कमलेश पासवान की तहरीर पर दूसरे पक्ष के 8 लोगों के खिलाफ नामजद और 40 से 50 लोगों के खिलाफ बलवा, मारपीट और दलित उत्पीड़न की धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है. कमलेश पासवान पिछले 11 वर्षों से बांसगांव के सांसद हैं. उन्होंने घटना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उनकी राजनीतिक छवि खराब करने के लिए गलत तरीके से उन्हें कुछ लोग बदनाम करने की कोशिश करते रहते हैं.