गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 300 बेड के सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के कुछ देर बाद ही सपा कार्यकर्ता वहां पहुंचे और उन्होंने 300 बेड के सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल को सपा की उपलब्धि बताते हुए मिठाई बांटने लगे. इस दौरान सपाइयों ने मेडिकल कॉलेज में घुसने का प्रयास किया. इस पर पुलिस ने उन लोगों को रोका. सपाई उग्र हो गए, जिसके बाद पुलिस द्वारा बल प्रयोग कर उन्हें हटाना पड़ा. इस मामले में मंगलवार को पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज. धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में पुलिस ने की कार्रवाई
बीआरडी मेडिकल कॉलेज गेट पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जबरदस्ती मेडिकल कॉलेज के अन्दर घुसने का प्रयास करने पर पुलिस ने कार्रवाई की. इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड को तितर बितर किया. इतना ही नहीं मंगलवार को 16 नामजद और 70 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि कोविड-19 महामारी में बिना मास्क, सामाजिक दूरी का पालन न करने और धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है.
मुख्यमंत्री योगी पर लगाए आरोप
सपा कार्यकर्ताओं का आरोप था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिर्फ फीता काटने में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री ने जो आज फीता काटा है वह उत्तर प्रदेश की पूर्व सरकार समाजवादी पार्टी की देन है. इसकी नींव पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रखी थी. इसी खुशी में हम लोग आज यहां मिठाई बांटने का कार्य कर रहे थे तभी पुलिस यहां पर आई और हमें लाठी-डंडों से पीटने लगी.
चिलुआताल थाने में 16 नामजद सहित 70 अज्ञात सपाइयो के खिलाफ मुकदमा दर्ज
प्रभारी निरीक्षक चिलुआताल ने लिखित तहरीर देकर बताया कि जिलाध्यक्ष नगीना साहनी के नेतृत्व में काफी लोग पार्टी का झण्डा लेकर नारेबाजी करते हुये मेडिकल कॉलेज गेट के सामने एकत्र हुए. इस दौरान वे मेडिकल कॉलेज गेट के अन्दर जाने का प्रयास करने लगे. प्रशासन द्वारा पहले समझा-बुझाकर सबको वापस करने का प्रयास किया गया, मगर कार्यकर्ता अपनी जिद पर अडिग रहे. अन्त में प्रशासन के बल प्रयोग करने पर भीड तितर-बितर हो गई.
चिलुआताल पुलिस ने नगीना साहनी जिला अध्यक्ष सपा, सुनील सिंह, अमरेन्द्र निषाद, श्याम यादव, मुन्नी लाल यादव, राहुल गुप्ता, मनोज यादव, आजम लारी, सुधीर यादव, कपिल मुनि यादव, मदन यादव, जयप्रकाश यादव, शब्बीर कुरैशी, अमित सिंह सैथवार, अशोक यादव, बिन्दा देबी और 70 अज्ञात समाजवादी कार्यकर्ताओ के खिलाफ धारा 143, 188, 269, 270 आईपीसी और 3 महामारी अधिनियम एक्ट, 51 आपदा और 7 सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा कायम किया है. इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है.