गोरखपुर: पीएम मोदी के हाथों उदघाटन के बाद गोरखपुर अखिल भारतीय विज्ञान संस्थान(AIIMS) विभिन्न तरह के मरीजों के इलाज में खुद स्वस्थ हो चुका है. यानी कि उसने अपने संसाधनों को मजबूत करते हुए मरीजों को बेहतर सुविधा देने की पहल शुरू कर दी है. इसी क्रम में कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए स्विट्जरलैंड और जर्मनी से मंगाई गई मशीनों से रोगियों का इलाज किया जाएगा. जिसमें समय और खर्च दोनों में कमी आएगी. इससे मरीजों को बेहतर इलाज भी मिल पाएगा. हालांकि गोरखपुर में कैंसर के इलाज के लिए बहुत प्रतिष्ठित हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल पहले से स्थापित है, इसके अलावा बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी कैंसर की एक यूनिट है. लेकिन एम्स में इस तरह की सुविधा के शुरू हो जाने के बाद इस क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन माना जा रहा है.
AIIMS में कैंसर रोगियों की OPD (आउट डोर पेशेंट) और IPD (इंटरनल पेशेंट) स्टार्ट है. जिसमें भरती करने का सिलसिला जून 2021 से शुरु हो गया था. गंभीर मरीजों में कैंसर पेशंट के लिए हेड एंड नेक क्लिनिक की शुरुआत हो चुकी है. कैंसर पेशेंट के ट्रीटमेंट के लिए प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 2:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक इसका संचालन होता है. मीडिया प्रभारी एम्स और कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर शशांक शेखर की माने तो मरीजों की रेडियो थेरेपी पहले से ही जारी है. बहुत जल्द रोगियों की ड्यूल एनर्जी की रेडियो थेरेपी मशीन से भी इलाज शुरू हो जाएगा. इसके अलावा डिपार्टमेंट में कीमोथेरेपी मशीन लगा गई है, जो स्तन और और कैंसर के मरीजों की सिकाई में मददगार साबित होगी. प्रभावित अंग का सही जगह, लोकेशन का पता लगाने के लिए सीटी सैम्युलेटर मशीन भी मंगाई जा रही है. सभी मशीनें जर्मनी और स्विट्जरलैंड से पहुंच रही हैं.
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पीएम के उदघाटन के बाद स्वस्थ हुआ एम्स, कैंसर के मरीजों का स्विट्जरलैंड और जर्मनी के मशीनों से होगा इलाज - AIIMS में कैंसर रोगियों की OPD शुरू
वैसे तो गोरखपुर में पहले से ही हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल और कैंसर की एक यूनिट के साथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज हैं. मगर पीएम मोदी के हाथों उदघाटन के बाद गोरखपुर अखिल भारतीय विज्ञान संस्थान(AIIMS) एम्स में इस तरह की सुविधा के शुरू हो जाने के बाद इस क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन माना जा रहा है.
इन मशीनों से कैंसर रोगों का इलाज शुरु होने से पूर्वांचल, बिहार और नेपाल के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा. इसमें पहले से ही 16 विभागों की ओपीडी की शुरुआत हो चुकी है. मोदी के हाथों उद्घाटन के बाद अन्य सभी जरुरी विभाग अतिशीघ्र क्रियाशील हो जाएंगे. डॉक्टरों के भर्ती की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. 22 डॉक्टर नए ज्वाइन किए हैं. कीमोथेरेपी शुरू हो चुकी है. परिसर में अमृत फार्मेसी का काउंटर भी खुल चुका है. जहां दवाई मिलने लगी हैं. 300 बेड का अस्पताल भी संचालित हो गया है. ब्लड बैंक की जरुरत के लिए एम्स में इसकी स्थापना का प्रयास शुरू हो गया है. एम्स की निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर ने कहा कि प्रबंधन सभी तैयारियां पूरी करने में जुटा हुआ है.
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