गोरखपुर: कोरोना संक्रमण काल में गोरखपुर का बौद्ध संग्रहालय अपने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पूरी तरह से सज-धज कर तैयार हो गया है. करीब 3 करोड़ 11 लाख रुपये से इस संग्रहालय परिसर की खूबसूरती को बड़े ही ढंग से सजाया गया है. यहां पर मिट्टी के टीले पर भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण की मुद्रा में बनाई गई आकृति पर्यटकों को बरबस ही आकर्षित करेगी, जो आने वाले समय में घास की आकृति में नजर आएगी.
बौद्ध संग्रहालय में लगाए गए औषधीय और खुशबूदार फूल भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगा. यहां आने के बाद जहां लोग पुरातात्विक महत्व को जानेंगे, वहीं उन्हें पर्यावरण संरक्षण और पौधरोपण के महत्व को भी जानने का अवसर प्राप्त होगा.
तीन करोड़ 11 लाख रुपये का बजट जारी
बौद्ध संग्रहालय पाषाण काल से लेकर मध्यकाल तक की पुरातत्विक चीजों से पर्यटकों को ज्ञान कराएगा तो फूलदार पौधे, भव्य प्रवेश द्वार और यहां की लाइटिंग इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हैं. पिछले वित्तीय वर्ष में बौद्ध संग्रहालय के कायाकल्प के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने 3 करोड़ 11 लाख रुपये का बजट जारी किया था, जिसके बाद इसकी सुंदरता को निखारने का कार्य शुरू हुआ. इसकी निगरानी यहां के उपनिदेशक डॉ. मनोज कुमार गौतम खुद कर रहे थे.