गोरखपुर: चौरी चौरा तहसील क्षेत्र के ब्रह्मपुर ब्लाक के 52 से अधिक गांवों में प्रतिवर्ष मानसून आने के बाद बाढ़ का खतरा मंडराने लगाता है. इस वर्ष मानसून आने के पहले से ही जिला प्रशासन के आदेश पर तैयारी शुरू कर दी गई थी. मानसून आने के बाद क्षेत्रीय विधायक संगीता यादव और उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने नदी के तटबंधों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मानसून में बाढ़ की भीषण विभीषिका से गावों को बचाने के लिए तटबंधों पर किए जा रहे प्रयासों का जायजा लिया.
पीड़ित परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचाने का खाका तैयार
गुरुवार को अधिकारियों ने बाढ़ चौकियों और तटबंधों पर चल रहे कार्य का निरीक्षण किया. इसके अलावा उन्होंने दोआब क्षेत्र के ग्राम प्रधानों व तहसील के सभी विभागों के जिम्मदारों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने बाढ़ आने के पूर्व व बाढ़ के दौरान उत्पन्न होने वाली समस्यायों को दूर करने की रणनीति तैयार की. बैठक में अधिकारियों ने बाढ़ के समय बाढ़ चौकियों पर राहत सामग्री पीड़ित परिवारों तक पहुंचाने का भी खाका तैयार किया है. किसानों के पशुओं को बाढ़ के समय चारा उपलब्ध कराने की भी तैयारियों का डीपीआर तैयार कर लिया गया है.
गावों को बाढ़ से बचाने की लिए अधिकारी सक्रिय
बीजेपी की चौरी चौरा विधायक संगीता यादव ने उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता के साथ बरही, भगने, रोहा तटबन्धों के अलावा बाढ़ प्रभावित गांव छितहरी भरकच्छा का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां स्थानीय लोगों से बातचीत की. इससे पहले तहसील प्रसाशन ने छितहरी, भरकच्छा गांव में ज़रूरतमंदो को पालीथीन और राहत सामग्री वितरित की.
विधायक संगीता यादव ने बताया कि गावों को बाढ़ से बचाने की लिए प्रयास जारी हैं. नदियों का जलस्तर इस समय बढ़ा हुआ है. स्थानीय प्रशासन लगातार कार्य कर रहा है. तटबंधो की मरम्मत में कुछ कमियां रह गई हैं. सिचाई विभाग के अधिकारी लगातार कार्य कर रहे हैं. सभी कार्यों का जायजा लेने के लिए स्थानीय लोगों से बात की गई है, सब ठीक चल रहा है.