गोरखपुर : स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत जिला महिला अस्पताल में 'महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छता' विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसके अंतर्गत महिलाओं, लड़कियों और प्रसूताओं को सेनेटरी नैपकिन के उपयोग एवं उसके निस्तारण के बारे में जागरूक किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक आनंद प्रकाश श्रीवास्तव, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजिरी टंडन और डॉ. मीना त्रिपाठी पहुंचे.
कार्यक्रम का आयोजन जिला महिला अस्पताल, गोरखपुर की ओपीडी हॉल में आयोजित किया गया. इसका आयोजन स्वयं सेवी संस्था ऊर्जा के तत्वाधान में किया गया. इसमें अस्पताल की महिला कर्मचारियों, मरीजों और तीमारदारों को सेनेटरी पैड इस्तेमाल करने के तरीके और उसे इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजिरी टंडन ने कहा कि महिलाओं के इस्तेमाल किए गए सेनेटरी नैपकिन का निस्तारण एक गंभीर चुनौती है. इसका समुचित निस्तारण न होना पर्यावरण के लिए घातक है.
सेनेटरी पैड के इस्तेमाल को लेकर फैलाई जागरुकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि महिला स्वच्छता अत्यंत ही महत्वपूर्ण विषय है. खास तौर पर महिलाओं को माहवारी के दिनों में सेनेटरी नैपकिन न मिल पाने से उनमें विभिन्न प्रकार के संक्रमण की संभावना बनी रहती है. साथ ही उन्होंने बताया कि देश में बड़ी संख्या में महिलाएं यूटरस कैंसर की समस्या से ग्रसित हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग लगातार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता रैली के तहत सेनेटरी पैड के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहा है. जिला अस्पताल में महिलाओं को निःशुल्क सेनेटरी पैड भी दिया जा रहा है.
ऊर्जा संस्था की सचिव पूजा जयसवाल ने बताया कि संस्था लगातार स्वच्छता पखवाड़े से जुड़कर महिलाओं को जागरुक करने का काम कर रही है. इसी के तहत आज जिला महिला अस्पताल के ओपीडी में इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें भारी संख्या में महिलाओं ने सेनेटरी पैड के इस्तेमाल के बारे में जाना. वहीं कार्यक्रम में महिलाओं को निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन भी बांटा गया.