गोरखपुर: ज्योतिष और वास्तुशास्त्र का ज्ञान अब लोगों को रोजगार दिलाएगा. विदेशों में भी इसके ज्ञान से भारतीयों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. जी हां यह सब सीएम योगी और संस्कृत संस्थान की विशेष पहल से संभव हो रहा है, जिसका पहला केंद्र दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में शुरू हो गया है. इस केंद्र में 120 विद्यार्थी अध्ययन करेंगे. वहीं इस कोर्स के प्रति लोगों ने भी अपनी खूब ललक दिखाई है और इसके लिए 173 आवेदन भी आये थे, जिसमें साठ-साठ विद्यार्थियों की दो क्लास चलाई जा रही हैं.
ज्योतिष और वास्तु के इस ज्ञान के लिए संस्कृत संस्थान ने न कोई उम्र की सीमा निर्धारित की है और न ही इसे महिला और पुरुष में बांटा है. कोर्स में हर आयु वर्ग के महिला- पुरुष अध्ययन कर सकते हैं. बस आवेदनकर्ता को ग्रेजुएट होना जरूरी है. वहीं क्लास में छात्राओं की उपस्थिति को देखकर आसानी से अंदाज लगाया जा सकता है कि छात्रों के अंदर इस विधा के ज्ञान के लिए कितनी उत्सुकता है.