गोरखपुरः जिले में एक दारोगा को एंटी करप्शन ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. दारोगा ने एक मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के नाम पर 40 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी. दारोगा को कैंट थाना पर रखा गया है. आज आरोपी दारोगा को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पुलिस ने आरोपी दारोगा को किया गिरफ्तार. ये भी पढ़ें- मेरठ: केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर लेखा परीक्षा आयुक्त कार्यालय में CBI का छापा, अधीक्षक गिरफ्तार
बेलघाट थाना क्षेत्र के सुअरहा गांव निवासी अजय कुमार ने एंटी करप्शन टीम से बुधवार को शिकायत की था कि उनके भाई विनोद कुमार ने बेलघाट थाने में 26 मई 2019 को धारा 323, 325, 427 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप है कि सुलह का दबाव बनाने के लिए अभियुक्त की भाभी निर्मला पत्नी जितेन्द्र ने एक अगस्त 2019 को 156/5 (कोर्ट के आदेश) से धारा 313, 452, 504 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था.
इस मुकदमे की विवेचना कुरी प्रभारी चौकी प्रभारी दारोगा आशीष मिश्रा कर रहे थे. दारोगा ने मुकदमे की विवेचना में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए शिकायतकर्ता से 1.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी. बाद में सौदा 80 हजार में तय हुआ, जिसमें पहले 40 हजार रुपये और काम हो जाने पर 40 हजार रुपये देने की बात तय हुई.
शिकायतकर्ता ने बुधवार को एंटी करप्शन टीम से इसकी शिकायत की. शिकायतकर्ता अजय कुमार ने दिन में बेलघाट में दारोगा के मोबाइल पर फोन कर 40 हजार रुपये देने की जानकारी दी. इस पर दारोगा ने बताया कि वह गोरखपुर आया हुआ है. दारोगा के बुलाने पर अजय कुमार गोरखपुर आ गए. जैसे ही अजय कुमार से 40 हजार रुपये लेकर जेब में रखा एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को पकड़ लिया. एंटी करप्शन टीम के प्रभारी देव प्रकाश रावत की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दारोगा आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया.
शिकायतकर्ता के मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए दारोगा द्वारा रुपये की मांग की गई थी. शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी, जिसके तहत कार्रवाई करते हुए हम लोगों ने आरोपी दारोगा को रुपये के साथ रंगे हाथों पकड़ा है.
-रामधारी मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक, एंटी करप्शन