गोरखपुर: कानपुर संजीत अपहरण हत्याकांड के बाद अब मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में कक्षा 5 में पढ़ने वाले 14 वर्षीय बलराम गुप्ता की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई. बलराम के अपहरण के बाद अपहरणकर्ताओं ने एक करोड़ की फिरौती की मांग की थी. परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय पिपराईच थाने की पुलिस को दी.
मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद एसटीएफ और क्राइमब्रांच को भी लगाया गया था. इस अपहरण हत्याकांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. साथ ही सीएम से इस्तीफे की मांग की है.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया ट्वीट. परिजनों द्वारा अपहरण की तहरीर पर पुलिस कुछ लोगों को अपनी गिरफ्त में लेकर पूछताछ कर रही थी. कड़ाई से पूछताछ में आरोपियों ने छात्र के अपहरण के बाद उसके गांव से पांच किलोमीटर की दूरी पर हत्या कर शव को फेंके जाने की बात बताई. सूचना पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है.
समाजवादी पार्टी ने किया ट्वीट. एक करोड़ फिरौती की मांगमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर के पिपराईच इलाके के जंगल छत्रधारी के मिश्रौलिया के रहने वाले 14 साल के बलराम गुप्ता सुबह 10 बजे घर से दुकान के लिए निकला था. दोपहर 12 से 1 बजे के बीच वह दुकान से घर जाने के लिए निकला लेकिन घर नहीं पहुंचा. इसके बाद बलराम गुप्ता के पिता महाजन गुप्ता के मोबाइल पर फोन आया और बताया गया कि बच्चे को किडनैप कर लिया गया है. एक करोड़ की फिरौती की मांग की गई. साथ ही धमकी दी गई कि एक करोड़ की फिरौती नहीं दी गई, तो बच्चे को मौत के घाट उतार दिया जाएगा.
बच्चे का शव बरामद
इस घटना के बाद बलराम के परिवार वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका कहीं सुराग नहीं मिला. देर शाम परिजनों ने पुलिस को बलराम के अपहरण की सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया और पिपराइच पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच और एसटीएफ हरकत में आ गई. आधा दर्जन से अधिक लोगों को उठाकर पूछताछ के लिए ले गई. सख्ती से पूछताछ पर अभियुक्त दयानंद राजभर पुत्र सुरेश निवासी जंगल चक्रधारी ने गुनाह कबूल कर लिया. उसकी निशानदेही पर वादी के गांव से कुछ दूर केवटीया टोला के पास नाले में बोरे में किशोर के शव को पुलिस ने बरामद किया है.
अभियुक्त से पूछताछ जारी है तथा घटना में अन्य तीन-चार लोग भी शामिल हैं. अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. उक्त घटना में प्रयुक्त मोबाइल व कुछ सिम बरामद किए गए हैं. उक्त सिम फर्जी तौर पर जारी करने के आरोप में दो अन्य अभियुक्तों रिंकू गुप्ता तथा निकेश को भी हिरासत में लिया गया है. इस संबंध में थाना पिपराईच पर मुकदमा अपराध संख्या 633/20, धारा-364A दर्ज किया गया है.
क्या बोले अखिलेश
छात्र की हत्या की खबर के बाद ही सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया और कहा कि गोरखपुर में अपहरण के बाद बच्चे की हत्या का समाचार बेहद दर्दनाक व दुखद है. शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना लगातार अपहरण और हत्याओं के बावजूद भी भाजपा सरकार का निर्लज्ज मौन और निष्क्रियता प्रश्नचिन्ह के घेरे में है.
वहीं समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि 'यह तो हद हो गई, मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में अगवा 14 साल के बच्चे को बचाया न जा सका, उसकी हत्या हो गई, दुःखद. लगातार गोरखपुर में मौजूद रहने के बावजूद सीएम नहीं कर सके मासूम की रक्षा तो दे दे इस्तीफा, शर्मनाक. एक मां की कोख फिर चढ़ी जंगलराज की भेंट, संवेदना. हो न्याय'.