गोरखपुर:जिले में अटल आवासीय विद्यालय में बच्चों के लिए प्रवेश शुरू हो चुका है. मंगलवार को विद्यालय के प्रथम शैक्षणिक सत्र के प्रथम दिन को पूरी तरह यादगार बनाने के लिए प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया गया. अटल आवासीय विद्यालय श्रमिक मजदूरों और कोरोना से निराश्रित बच्चों का भविष्य संवारने में बड़ा ही मददगार साबित होगा. योगी सरकार की यह खास पहल है, जिसमें पहले सत्र का प्रवेश पूरे विधि विधान से शुरू हुआ है. नव प्रवेशित बच्चों और उनके अभिभावकों का पहले दिन भव्य स्वागत स्कूल के शिक्षकों, शिक्षाधिकारियो ने किया. परिसर में पहुंचे विद्यार्थी और उनके अभिभावक क्लास रूम, हॉस्टल रूम, मेस की व्यवस्थाओं को देख आश्चर्यचकित थे. उनके लिए अब तक इतनी शानदार व्यवस्था सिर्फ कल्पना की बात थी. बच्चे ये जानकर गदगद थे कि ये सभी इंतजाम उनके लिए ही किए गये हैं, वह भी निशुल्क.
गोरखपुर में अटल आवासीय विद्यालय शैक्षणिक सत्र शुरू. 80 विद्यार्थियों को मिला प्रवेशः गोरखपुर मंडल का अटल आवासीय विद्यालय पिपरा, सहजनवां में बना है. 18 जून को मंडल के सभी चार जिलों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज में हुई प्रवेश परीक्षा कर पहले शैक्षिक सत्र में कक्षा छह के लिए 80 विद्यार्थियों (40 बालक एवं 40 बालिका) का दाखिला हुआ है. अपने बच्चों को स्कूल में छोड़ने आए अभिभावक विद्यालय परिसर और व्यवस्था को देखकर अचंभित थे. वह कहने को विवश हो गए कि चार गुनी कमाई करने पर भी वह अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए ऐसी व्यवस्था नहीं कर पाते.
बच्चों के लिए निशुल्क छात्रावास और खान-पान की व्यवस्था. इसे भी पढ़े- अटल आवासीय विद्यालय में पढ़ाई शुरू, मेरठ-मुरादाबाद मंडल के 160 बच्चे ले रहे शिक्षा बोर्डिंग स्कूलों की तर्ज पर शिक्षाः बता दें कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत संचालित ये विद्यालय सभी मंडल मुख्यालय पर बनाए गए हैं. यहां बोर्डिंग स्कूलों की तर्ज पर शिक्षा दी जाएगी. इसमें प्रवेश पाने वाले बच्चों के लिए रहने, खाने, अध्ययन, पठन सामग्री आदि सबकी व्यवस्था नि:शुल्क है. करीब 12 एकड़ क्षेत्रफल में बने इस अटल आवासीय विद्यालय का शिलान्यास 5 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था, अब यह बनकर पूरी तरह से तैयार है. इसमें विद्यालय भवन के साथ ही अलग-अलग बालक छात्रावास, बालिका छात्रावास, कैंटीन और स्टाफ के लिए आवासीय भवन बनाए गए हैं. समाज के सामर्थ्यवान लोगों की ही भांति श्रमिकों के बच्चों को भी उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'अटल संकल्प' की यह देन है.
बच्चों को बहुत अच्छी सुविधा दीः बेहतर स्कूल और शानदार व्यवस्था देखकर राजगीर मिस्त्री का काम करने वाले जोखन, विनोद चौरसिया, दिहाड़ी मजदूर विकास जायसवाल, लौहर ने कहा कि आज जो देख रहे हैं यह उनके और उनके बच्चे के लिए सपना था. सही में योगी बाबा ने बच्चों को बहुत अच्छी सुविधा दी है, वह भी बिलकुल मुफ्त. विद्यालय के प्रधानाचार्य अजीत कुमार सिंह ने बताया कि इस विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी अध्ययन करेंगे. इसकी कुल विद्यार्थी क्षमता 1000 की है. प्रथम संचालन सत्र 2023-24 के अंतर्गत अटल आवासीय विद्यालय में कक्षा 6 के लिए कुल 80 विद्यार्थियों (40 बालक और 40 बालिका) को प्रवेश मिला है. साल दर साल विद्यार्थी संख्या बढ़ती जाएगी. अटल आवासीय विद्यालय की संबद्धता केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) से होगी. इसका संचालन अंग्रेजी माध्यम के शिक्षा पैटर्न पर किया जायेगा. विद्यालय में बच्चों को निशुल्क छात्रावास, खान-पान, स्कूल यूनीफार्म, किताबें, खेलकूद, सुरक्षा आदि के साथ गुणवत्तापूर्ण आधुनिक शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी.. बालक एवं बालिकाओं हेतु अलग-अलग छात्रावास हैं.
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